मचैल माता यात्रा का टूटा रिकॉर्ड, करीब 2 लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

Machail Mata Yatra : मचैल माता मंदिर जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में स्थित है। मचैल माता मंदिर भारत में एक प्रमुख हिन्दू पिथ स्थल है। यहां पर देवी मचैल की पूजा और आराधना की जाती है। यह मंदिर हिमाचल प्रदेश की सीमा के पास स्थित है और यहां के श्रद्धालु विशेष रूप से नवरात्रि के दौरान मां मचैल के दर्शन करने के लिए यात्रा करते हैं। इस बार की यात्रा में रिकॉर्ड तोड़ श्रद्धालुओं ने भाग लिया है। जिसमें करीब दो लाख भक्तों ने भाग लिया। यह यात्रा 25 जुलाई को शुरू हुई थी।

मचैल माता यात्रा का टूटा रिकॉर्ड, करीब 2 लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

करीब 2 लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

पिछले साल की अपेक्षा इस साल के लगभग 1.94 लाख श्रद्धालुओं की उपस्थिति दर्ज हुई जो कि तीन गुना ज्यादा है। वहीं, लोगों में अलग उत्साह देखने को मिल रहा है। इस साल की उपस्थिति में वृद्धि हुई है। इसका मुख्य कारण बेहतर व्यवस्था और प्रशासन द्वारा सुविधाओं में सुधार हो सकता है। यात्री भवनों में आवास की व्यवस्था करना भक्तों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह उन्हें यात्रा के दौरान आरामदायक और सुरक्षित आवास प्रदान करता है। सुविधाओं के सुधार के साथ, स्थानीय प्रशासन और यात्रा संचालकों के सहयोग से यात्रा के संचलन में भी सुधार हुआ है।

43 दिवसीय था तीर्थयात्रा

मचैल माता मंदिर में पिछले कुछ वर्षों में एक साथ दो हजार तीर्थयात्रियों के ठहरने की क्षमता थी। मंदिर की परंपरा और यात्रा के महत्व के साथ-साथ भक्तों की आस्था और श्रद्धा भी बढ़ रही है। 43 दिवसीय तीर्थयात्रा के दौरान 9,705 फुट ऊंचे मंदिर में माता चंडी देवी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए यात्रा करने वाले भक्तों की गहरी आस्था का सबूत होता है। यहां तक कि मंदिर के दरवाजे हर साल अप्रैल में शुभ बैसाखी त्योहार पर खोले जाते हैं, जिससे भक्तों को माता चंडी देवी के आशीर्वाद के लिए यात्रा करने का अवसर प्राप्त होता है।


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Sanjucta Pandit

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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है। पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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