इस शहर में घरों के बाहर क्यों रखी हैं लाल बोतलें, आखिर क्या है सैंकड़ों बोतलों का राज़

Red bottle outside the house : अगर आप किसी जगह जाएं और वहां हर घर के बाहर लाल रंग के तरल पदार्थ से भरी बोतल रखी दिखे, तो मन में सवाल उठना लाज़मी है कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है। उत्तर प्रदेश के कानपुर के कई मोहल्लों में इन दिनों कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिल जाएगा। इसके पीछे अपने घर के आसपास साफ सफाई रखने का उद्देश्य है। लेकिन आखिर लाल रंग के पानी से भरी हुई बोतल का सफाई या गंदगी से क्या लेना देना ?

क्यों रखी है लाल रंग की बोतलें

अगर आप कानपुर के कर्नलगंज, मसवानपुर, रावतपुर, कल्याणपुर सहित और कई इलाकों से गुजरेंगे तो आपको हर घर के बाहर पानी से भरी हुई एक लाल रंग की बोटल रखी दिखेंगी। दरअसल, महिलाएं ये बोतल इसलिए रखती हैं कि इनके घर के बाहर कुत्ते, गाय या कोई और जानवर गंदगी न करें। ऐसा मान्यता है कि लाल रंग की तरल पदार्थ से भरी हुई बोतल घर के बाहर रखने से जानवर वहां गंदगी नहीं करते हैं। बस इसी बात को सोचकर किसी ने ये टोटका करना शुरु किया और अब तो जगह जगह लाइन से सैंकड़ों लाल रंग की बोतलें रखी हुई मिल जाएंग।

क्या है वैज्ञानिक आधार 

इस बात का क्या कोई वैज्ञानिक आधार है ? जवाब है..नहीं। इस बात का न कोई वैज्ञानिक आधार है न ही इसकी किसी भी तरह से पुष्टि की गई है कि ऐसा करने से वाकई जानवर उस स्थान पर गंदगी नहीं करते हैं। लेकिन एक बार ये टोटका चल निकला तो फिर सभी देखादेखी ऐसा करने लगे हैं। हालांकि अब तक किसी ने ये भी नहीं बताया कि ये टोटका आखिर कितना असर करता है और क्या वाकई इसे देखकर जानवर वहा विष्ठा या पेशाब नहीं करते हैं। लेकिन कहते हैं न कि माउथ पब्लिसिटी सबसे बड़ी होती है और ये बात शहर में इतनी फैल गई है कि अब कई इलाकों में घरों के बाहर लाल रंग के पानी से भरी हुआ बोतलें रखी दिख जाएंगी।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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