Lalu Prasad Yadav: सिंगापुर से लौटते ही राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने आरएसएस और भाजपा पर तीखा का हमला बोला है। उन्होंने जाति जनगणना को लेकर इन दलों पर जमकर निशाना साधा और कहा कि उन्हें मजबूर कर देंगे कि वह जातिगत जनगणना करवाएं। उन्होंने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट एक्स (X) के जरिए कहा की जाति जनगणना करवाने से पीछे हटने की उनकी कोई औकात नहीं है।
चलिए विस्तार से जानते हैं कि उन्होंने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट X पर पोस्ट करते हुए क्या लिखा, उन्होंने लिखा “इन RSS/BJP वालों का कान पकड़, दंड बैठक कराकर इनसे जातिगत जनगणना कराएंगे”। उन्होंने आगे लिखा कि “इनका क्या औकात है जो यह लोग जातिगत जनगणना नहीं कराएंगे”।
लालू का RSS-BJP को जनगणना पर अल्टीमेटम
लालू यादव के इस पोस्ट से साफ तौर पर यह समझ आता है कि वे यह कहना चाह रहे हैं कि भाजपा और आरएसएस को जातिगत जनगणना करने के लिए वे मजबूर करेंगे। चाहे उन्हें इसके लिए कड़े कदम क्यों ना उठाने पड़े। लाल यादव ने दलित, पिछड़े, आदिवासी और गरीब वर्गों की एकता पर जोर देते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि इन समुदायों की ताकत को दिखाया जाए और जनगणना की इस मांग को पूरा किया जाए।
इन RSS/BJP वाला का कान पकड़, दंड बैठक करा इनसे जातिगत जनगणना कराएंगे।
इनका क्या औक़ात है जो ये जातिगत जनगणना नहीं करायेंगे?
इनको इतना मजबूर करेंगे कि इन्हें जातिगत जनगणना करना ही पड़ेगा। दलित, पिछड़ा, आदिवासी और गरीब का एकता दिखाने का समय अब आ चुका है। #CasteCensus #reservation… pic.twitter.com/zNtLQyzEdJ
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) September 3, 2024
क्या होता है जातिगत जनगणना
जातिगत जनगणना एक सरकारी सर्वेक्षण प्रक्रिया होती है। जिसके जरिए देश की पूरी आबादी को उनकी जाति के आधार पर वर्गीकृत और गिना जाता है। इसका प्रमुख उद्देश्य यह होता है कि विभिन्न जातियों की जनसंख्या का आकलन करना ताकि उनकी सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक स्थितियों का विश्लेषण किया जा सके। इसके अलावा जातिगत जनगणना से सरकार को यह समझने में सहायता मिलती है कि समाज के किन वर्गों के लिए विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। जिससे की नीति और योजनाओं को अधिक प्रभावी ढंग से लागू किया जा सके साथ ही साथ दूसरे लोग इन नीतियों और योजनाओं का फायदा ना उठा सके।