हिमाचल प्रदेश के सराज दौरे पर राज्य सरकार के मंत्री जगत सिंह नेगी की गाड़ी पर काले झंडे दिखाए गए और जूता फेंका गया। इस घटना को लेकर राजनीति गरमा गई है। खुद मंत्री नेगी और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस घटना को तिरंगे का अपमान बताया क्योंकि गाड़ी के आगे तिरंगा लगा हुआ था।
सुधीर शर्मा के पोस्ट से मचा बवाल
इस बयान के बाद भाजपा विधायक और पूर्व कांग्रेस नेता सुधीर शर्मा ने सोशल मीडिया पर एक टिप्पणी की, जिसने नई बहस छेड़ दी। उन्होंने लिखा कि “तिरंगे का नहीं, लफंगे का अपमान हुआ है।” हालांकि, उन्होंने अपनी पोस्ट में किसी का नाम नहीं लिया था।
जगत सिंह नेगी की तीखी प्रतिक्रिया
मंगलवार को कैबिनेट मीटिंग के बाद मीडिया से बात करते हुए राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि सुधीर शर्मा को इलाज की ज़रूरत है और उनके घर के पास ही रीजनल हॉस्पिटल है, वहां जाकर इलाज करवाना चाहिए। साथ ही उन्होंने शर्मा की मानसिकता पर भी सवाल उठाए।
इसके बाद सुधीर शर्मा ने इस पूरे मामले का वीडियो साझा किया और दोबारा लिखा कि उन्होंने “लफंगे” शब्द का इस्तेमाल किया था, लेकिन किसी का नाम नहीं लिया। उन्होंने कहा कि जिन्होंने खुद मान लिया, वही इस पर जवाब दे रहे हैं। यह टिप्पणी अप्रत्यक्ष रूप से नेगी के बयान पर कटाक्ष के तौर पर देखी जा रही है। इस पूरे मामले में पहले ही मंडी पुलिस ने 58 लोगों पर मामला दर्ज किया है। वहीं सीएम सुक्खू ने साफ किया है कि तिरंगे के अपमान को लेकर अलग केस भी दर्ज किया जाएगा। इस जूताकांड ने राज्य में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच टकराव को और तेज कर दिया है।





