छात्रों को मिली UGC और AICTE की चेतावनी, पाकिस्तान जाकर पढ़ाई ना करने की दी सलाह

Manisha Kumari Pandey
Updated on -
mp COLLEGE students

नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। यूनिवर्सिटी ग्रांटस कमीशन (UGC ) और अखिल भारतीय तकनीकी परिषद (AICTE ) ने पाकिस्तान जाकर पढ़ाई करने वालों छात्रों को एक जरूरी सलाह दी है। 22 अप्रैल को जारी की गई नोटिस के मुताबिक जो भी भारतीय छात्र पाकिस्तान जाकर अपनी उच्च शिक्षा लेने की सोच रहें हैं, उन्हें वहाँ जाने के लिए मना किया गया है। इतना ही नहीं जो भी छात्र पाकिस्तान के डिग्री और इन्स्टिच्यूशन से पढ़ाई करेंगे और भारत में आते हैं, वो भारत में नौकरी के पात्र नहीं होंगे। इतना ही नहीं ऐसे छात्रों को यूजीसी और एआईसीटीई उच्च शिक्षा की इजाजत भी नहीं देगा।

यह भी पढ़े… शिल्पा शेट्टी हुई रोहित शेट्टी की कॉप टीम में शामिल, OTT प्लेटफॉर्म पर पहली बार आएंगी नजर

हालांकि प्रवासी और उनके बच्चे, जिन्होंने पाकिस्तान में उच्च शिक्षा की डिग्री हासिल की है और जिन्हें भारत द्वारा नागरिकता प्रदान की गई है, गृह मंत्रालय से सुरक्षा मंजूरी प्राप्त करने के बाद भारत में रोजगार पाने के पात्र होंगे। इस मामले में यूजीसी के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार का कहना है की इस तरह के नोटिस भारतीय छात्रों के लिए जारी की जाती हैं। अध्यक्ष ने यूक्रेन में पढ़ रहे भारतीय छात्रों का उदाहरण दिय। यूजीसी और एआईसीटीई की सूचना से यह साफ होता है की भारत में पाकिस्तानी डिग्री की कोई मान्यता तब तक नहीं होगी जब तक इस पर गृह मंत्रालय की मुहर ना लग जाए।

Continue Reading

About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है। अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"