भारत का इकलौता शहर, जहां नॉनवेज खाना है अपराध, हर थाली में परोसा जाता है शुद्ध शाकाहारी भोजन!

नियम बनाएं जाने के बाद शहरवासियों ने भी इस फैसले का सम्मान किया और दिल से इसका स्वागत किया है। इससे शहर को भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया में एक अलग पहचान मिली है।

भारत का हर एक राज्य, शहर और गांव अलग-अलग महत्व व खासियत के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है। कुछ राज्य पर्यटन स्थल के रूप में प्रचलित है, तो कुछ गांव ऐसे हैं, जहां लोग नौकरी की तलाश में पहुंचते हैं। कुछ सपनों की माया नगरी कहलाती है, तो कुछ स्थान ऐसे हैं, जहां देश की धरोहर देखने को मिलती है। हमारे देश में सालों भर पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है। कुछ लोग यहां घूमने फिरने के साथ-साथ स्थानीय खानपान का भी स्वाद सकते हैं। कुछ लोग शाकाहारी खाना पसंद करते हैं, तो कुछ लोगों को मांसाहारी भोजन ट्राई करना ज्यादा पसंद होता है।

ऐसे में आज हम आपको भारत के उस शहर के बारे में बताएंगे, जो कि इकलौता सत प्रतिशत शुद्ध शाकाहारी शहर है। यह दुनिया का इकलौता ऐसा शहर है, जहां नॉनवेज खाने वालों को सजा दी जाती है।

पालिताना (Palitana)

दरअसल, इस शहर का नाम पालिताना है, जो कि गुजरात के भावनगर जिले में स्थित है। यह दुनिया का पहला ऐसा शहर है, जहां मांसाहारी भोजन पूरी तरह से बैन है। इस शहर में मांस बेचना या खाना दंडनीय अपराध माना गया है। शुद्ध शाकाहारी जोन घोषित करने के बाद यहां नॉनवेज की सारी दुकानें बंद कर दी गई हैं। इसी कारण बस यह दुनिया का इकलौता पवित्र शहर माना गया है। नियम तोड़ने पर यहां कानूनी कार्रवाई के आदेश भी दिए जाते हैं। हालांकि, नियम बनाएं जाने के बाद शहरवासियों ने भी इस फैसले का सम्मान किया और दिल से इसका स्वागत किया है। इससे शहर को भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया में एक अलग पहचान मिली है। जिस कारण यहां पर्यटकों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। इससे राज्य और केंद्र सरकार को आर्थिक रुप से भी मदद मिलती है।

जानें कारण

शुद्ध शाकाहारी शहर बनने के पीछे साधु संतों का हाथ रहा है। दरअसल, यह फैसला उस वक्त लिया गया था, जब 200 जैन साधुओं ने मिलकर विरोध प्रदर्शन किया था और कसाई की दुकानों को बंद करने की मांग की थी। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इस तीर्थस्थल को शुद्ध शाकाहारी शहर बनाने का निर्णय लिया गया। बता दें कि यहां जैन समुदाय का तीर्थस्थल है। इस कारण यहां सालों भर लोगों का आना-जाना लगा रहता है। यहां का अनोखा कल्चर, शहर की सुंदरता लोगों का मन मोह लेती है। यहां आपको गुजरात की स्थानीय रीति-रिवाज, खानपान, पहनावा-उढ़ावा को नजदीक से जानने का मौका मिलेगा। आस्था का केंद्र होने के कारण इस शहर को शुद्ध शाकाहारी शहर बनाने के विषय में सोच गया।

हजारों की संख्या में आते हैं पर्यटक

यहां जैन धर्म के पवित्र तीर्थ स्थल है। इसके अलावा, शत्रुंजय पहाड़ियों पर 800 से अधिक मंदिर भी है, जिनमें सबसे ज्यादा प्रसिद्ध आदिनाथ का मंदिर है। यही कारण है कि इस शहर को शुद्ध शाकाहारी जोन घोषित कर दिया गया। यहां हर साल हजारों की संख्या में पर्यटक और श्रद्धालु आते हैं। इस निर्णय के बाद यह दुनिया का इकलौता शहर बन गया, जहां के लोग शुद्ध शाकाहारी भोजन खाते हैं। यहां आने वाले सभी श्रद्धालुओं को थाली में शुद्ध शाकाहारी भोजन ही परोसा जाता है। इसमें अलग-अलग तरह के फुड आइट्मस होते हैं। जिसका स्वाद काफी लाजवाब होता है। इस शहर की भांति राज्य के अन्य कुछ शहरों में भी नॉन-वेज खाने पर प्रतिबंध लगाया गया है, ताकि लोगों की आस्था को ठेस ना पहुंचे।


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Sanjucta Pandit

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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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