BJP के इस दिग्गज नेता ने बताया नेहरू और वाजपेयी को लोकतंत्र का आदर्श, कही आत्मनिरीक्षण की बात

Shruty Kushwaha
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भोपाल, गौरव शर्मा। भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) एक बार अपने उस बयान को लेकर छाए हुए हैं, जिसमें गडकरी ने उनकी पार्टी के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) के साथ भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) को भारतीय लोकतंत्र का आदर्श नेता बतलाया है। इतना ही नहीं गडकरी ने दोनों नेताओं के आदर्शों को भी अपने बयान के माध्यम से साझा किया।

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गडकरी ने कहा कि कैसे अटल जी ने उनकी सोच का नज़रिया चंद मिनटों में बदल दिया था। गडकरी ने बतलाया की जब वे महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष में थे और सदन की कार्यवाही में हंगामा हुआ करता था, उस दौरान उनकी मुलाकात अटल जी से हुई। अटल जी ने गडकरी को समझाया था कि सदन की कार्यवाही में बाधा डालने का यह तरीका सरासर अनुचित है बल्कि हमको ऐसा तरीका अपनाना चाहिए जिसके द्वारा हम जनता तक अपना संदेश पहुंचा सकें।

गडकरी ने नेहरू और वाजपेई दोनों नेताओं को याद करते हुए कहा की कि कैसे दोनों हमेशा ही अपनी लोकतांत्रिक मर्यादा पालन करने की बात कहते थे। इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए और लोकतांत्रिक मर्यादा का पालन करते हुए कोई भी पार्टी हो, चाहे सत्ताधारी पार्टी हो या विपक्ष हो, सभी को आत्मनिरीक्षण अवश्य करना चाहिए। गडकरी ने कहा की राजनीति में पार्टियों की भूमिका बदलती रहती हैं।कल जो विपक्ष में था आज सत्तारूढ़ है, और आज जो सत्तारूढ़ है शायद कल विपक्ष में होगा।

गडकरी ने यह भी कहा कि ’जब वे संसद की कार्यवाही को इस तरह बाधित होते हुए देखते हैं तो उन्हें काफी दुख होता है, और इसलिए वो सभी से मर्यादा में रहकर काम करने की बात करते हैं। आपको बता दें अभी हाल ही में खत्म हुए संसद के मानसून सत्र में जिस तरह से विपक्ष द्वारा कृषि कानूनों , तेल की बढ़ती कीमतों और पेगासस को लेकर प्रदर्शन किया गया उस वजह से पूरा सत्र बिना किसी उचित कार्यवाही के ही खत्म होगया जिसको लेकर गडकरी काफी दुखी हैं।

उनका कहना है कि मैं भी कई साल विपक्ष में रहा और मैने हमेशा मर्यादा में रहकर ही काम करने का प्रयास किया है। इतना ही नहीं उनके अनुसार सत्ताधारी पक्ष और विपक्ष लोकतंत्र के दो पहियों के समान हैं, अगर एक भी कमतर होता है तो दिक्कत लोकतंत्र के लिए होगी। इसके साथ ही उन्होंनों कहा कि लोकतंत्र को सफल बनाने में एक मजबूत विपक्ष की भूमिका अतिआवश्यक होती है। कांग्रेस पार्टी की वर्तमान हालात पर उन्होंने कहा कि, विपक्ष के रूप में कांग्रेस पार्टी को अब मजबूत और जिम्मेदार बनना चाहिए,और इसके लिए वे कांग्रेस पार्टी को शुभकामनाए देते हैं। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अटल बिहारी वाजपयी और जवाहर लाल नेहरू के योगदान को भारतीय लोकतंत्र के लिए बहुत बड़ा योगदान माना है।


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Shruty Kushwaha

Shruty Kushwaha

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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