तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी विशेष गहन संशोधन (SIR) प्रक्रिया के जरिए मतदाता सूची में हेरफेर कर रही है, ताकि 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले बंगालियों के मताधिकार को कमजोर किया जा सके। बनर्जी ने चेतावनी दी कि अगर एक भी वैध मतदाता का नाम हटाया गया तो वह 10 लाख बंगालियों के साथ दिल्ली में राजपथ पर प्रदर्शन करेंगे।
टीएमसी छात्र परिषद के स्थापना दिवस पर कोलकाता में एक रैली को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा कि बीजेपी लोकतांत्रिक तरीके से मतदाताओं को चुनने के बजाय उन्हें चुन रही है। उन्होंने दावा किया कि टीएमसी 2021 के 215 सीटों के प्रदर्शन को 2026 में और बेहतर करेगी, जबकि बीजेपी को 50 सीटें भी पार करने की चुनौती दी। बनर्जी ने केंद्र सरकार पर बंगाल के किसानों, पीने के पानी और आवास योजनाओं के लिए फंड रोकने का भी आरोप लगाया।
30 दिन की जेल की सजा
बनर्जी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर संविधान संशोधन के जरिए मंत्रियों को 30 दिन की जेल की सजा पर पद से हटाने की कोशिश करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि टीएमसी के 28 सांसदों के विरोध के कारण शाह को यह विधेयक पेश करने से पीछे हटना पड़ा। साथ ही, उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा के लिए प्रस्तावित अपराजिता बिल को केंद्र द्वारा रोके जाने की निंदा की और बीजेपी, कांग्रेस और सीपीआई(एम) से इस मुद्दे पर चुप्पी तोड़ने की मांग की।
टीएमसी को डराने की कोशिश
केंद्रीय एजेंसियों पर निशाना साधते हुए बनर्जी ने कहा कि ईडी और सीबीआई के जरिए टीएमसी को डराने की कोशिश नाकाम रही है। उन्होंने कहा, “हम इस्पात हैं, जितना जलाओगे, उतना मजबूत होंगे।” बनर्जी ने बंगाल की जनता को 29 सीटों के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि अगर 40 सीटें मिली होतीं, तो बीजेपी को और पीछे हटना पड़ता। उन्होंने बंगाल के लोगों से अपील की कि वे बीजेपी के खिलाफ एकजुट होकर जवाब दें।





