Haunted places : भारत में ऐसी कई सारी जगह है जो काफी ज्यादा खतरनाक और डरावनी है आज भी वहां जाने से लोग कतराते हैं। कहा जाता है कि उन जगहों पर आज भी नकारात्मक उर्जा मौजूद है। आज हम आपको उन खतरनाक और डरावनी बावड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां का नाम सुनकर ही लोग डर जाते हैं। हालांकि यह जगह दिखने में तो बेहद सुंदर और पर्यटन स्थलों में से एक है।
लेकिन उसके बाद भी यहां की डरावनी कहानियां कुछ लोगों को वहां जाने नहीं देती। हालांकि ये सिर्फ कहानी है या वहां सच में ऐसा हुआ है इसके बारे में आज तक कोई पता नहीं लगा पाया है लेकिन उसके बाद भी कई लोग जो इन बातों को सच नहीं मानते वह यहां घूमने के लिए जाते हैं। आप भी यहां जा सकते हैं। यहां की सुंदरता और वास्तुकला काफी आकर्षित है। तो चलिए जानते हैं उन डरावनी जगहों के बारे में –
गुजरात में स्थित सूर्या कुंड को डरावनी जगह में से एक माना जाता है। ये कुंड सूर्य मंदिर में स्थित है। यह जगह सूर्य भगवान को समर्पित है। चालुक्य वंश के शासक भीम द्वारा इस मंदिर को 11वीं सदी में बनाया गया था। यहां की वास्तु कला लोगों का मन मोह लेती हैं। लेकिन इस जगह को डरावनी जगह बताया जाता हैं। हालांकि आज भी लोग यहां की वास्तु कला को देखने के लिए आते हैं।
तूरजी का झालरा, जोधपुर –
जोधपुर की तूरजी का झालरा बावड़ी सबसे पुरानी है। इस बावड़ी को 1740 ईस्वी में महाराजा अभयसिंह की पत्नी तंवर ने बनवाया था। लाल पत्थरों से इस बावड़ी को बनवाया गया। यह एक आकर्षण का केंद्र हैं। यहां लोग घूमने के लिए और लुभावनी नक्काशी, पानी के मध्यकालीन शेर और गाय वाले मुख्य स्रोत नल को देखने के लिए आते हैं। यहां की कहानी भी काफी अलग है। कई लोग आज भी यहां आने से कतराते हैं। तो कई लोग यहां के बारे में सब कुछ जानने के लिए जाते हैं।
शाही बावड़ी, लखनऊ –
नवाबों का शहर लखनऊ में कई बावड़ियां है। जहां के चर्चे काफी ज्यादा होते हैं। यहां शाही अंदाज में बावड़ियों को बनाया गया है। जिसकी सुंदरता लोगों को सबसे ज्यादा पसंद आती हैं। यहां इस्लामिक वास्तुकला का भी बेहतरीन नमूना है। बात करें शाही बावड़ी की तो यहां की डिजाइन किफायत उल्लाह ने बनाई है। इस बावड़ी में हमेशा नदी में पानी भरा रहता है जो कभी खली नहीं होता। लोगों का कहना है कि बावड़ी में स्थित कुएं का जुड़ाव गोमदी नदी से है। इसलिए ऐसा होता है। इतना ही नहीं इसे डरावनी जगह भी माना जाता है।
अग्रसेन की बावड़ी, दिल्ली –
दिल्ली में अग्रसेन की बावड़ी है जिसे 14वीं शाताब्दी में महाराजा अग्रसेन ने बनवाया था। इस बावड़ी में 105 सीढ़ियां है। लाल बलुआ पत्थर से इस बावड़ी का निर्माण किया गया है। इसकी वास्तुकला काफी आकर्षित है। बावड़ी महाभारत काल में बनाई गई है, जो आज भी अपनी खूबसूरती से पर्यटकों को दीवाना कर देता है। यह दिल्ली के डरावने स्थानों में से एक है। उसके बाद भी लोग यहां समय बिताने के लिए आते हैं।
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Ayushi Jain
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