Travel: महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में स्थित लातूर, अपनी समृद्ध इतिहास और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है। इसे कभी लत्तालुरु और रतनापुर के नाम से भी जाना जाता था। इतिहासकारों के अनुसार, लातूर का विकास राष्ट्रकूट साम्राज्य के शासनकाल में हुआ था। राष्ट्रकूटों ने इस शहर को अपनी राजधानी बनाया था और यहां कई भव्य मंदिर और किले बनवाए थे। आज भी लातूर में राष्ट्रकूटों की विरासत के कई निशान देखने को मिलते हैं, जो इसे महाराष्ट्र का एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक शहर बनाते हैं।
नागझरी बंधारा
लातूर के आसपास घूमने की बात हो और नागझरी बंधारा का नाम न आए, ऐसा हो ही नहीं सकता। यह बांध न केवल एक सिंचाई का साधन है बल्कि प्रकृति प्रेमियों के लिए भी एक स्वर्ग है। मानसून के मौसम में तो इसका नज़ारा देखने लायक होता है। हरियाली से लबालब यह बांध छोटी-छोटी चट्टानों और शांत वातावरण के साथ पर्यटकों को अपनी ओर खींचता है। नागझरी बांध सिर्फ एक बांध ही नहीं, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए पिकनिक मनाने का भी एक लोकप्रिय स्थल है।
सोलापुर शहर
महाराष्ट्र का सोलापुर शहर अपनी प्राचीन इमारतों, धार्मिक स्थलों और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। सीना नदी के किनारे बसा यह शहर पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण का केंद्र है। सोलापुर में ग्राउंड फोर्ट, सिद्धेश्वर मंदिर, मल्लिकार्जुन मंदिर, पारसनाथ मंदिर और अधिनाथ मंदिर जैसे कई ऐतिहासिक मंदिर हैं जो इस शहर की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं। मानसून के मौसम में सोलापुर की खूबसूरती और भी निखर उठती है। चारों ओर हरियाली और नदी का शांत जल पर्यटकों को प्रकृति का आनंद लेने का मौका देता है।