देहरादून, डेस्क रिपोर्ट। उत्तराखंड (Uttarakhand) के नए मुख्यमंत्री बनने जा रहे पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) नाम का शनिवार को एलान होने के बाद ये बात भी सामने आई थी कि वे शनिवार को ही शपथ ले लेंगी लेकिन फिर इस विचार को त्याग दिया गे अब वे आज रविवार की शाम 5 बजे के करीब मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे, और शपथ लेते ही पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के सबसे युवा मुख्यमंत्री (CM) बन जायेंगे। मुख्यमंत्री के तौर पर नाम फाइनल हो जाने के बाद से पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) राज्य के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर उनसे आशीर्वाद ले रहे हैं।
उत्तराखंड भाजपा के युवा नेता पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) रविवार शाम को शपथ लेते ही मात्र 46 वर्ष की उम्र में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बनाने वाले पहले नेता हो जायेंगे। बिना किसी मंत्री पद के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर पहुँचने वाले पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) उधमपुर जिले की खटीमा विधानसभा से दूसरी बार विधायक चुने गए हैं। उन्होंने एबीवीपी के सक्रिय सदस्य के रूप में विभिन्न पदों पर काम किया है।
भाजपा नेतृत्व ने धामी का नाम बढ़कर एक बार फिर चौंकाया
मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी देने के मामले में कई बात चौंकाने वाली भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेतृत्व ने पुष्कर सिंह धामी का नाम आगे बढाकर एक बार फिर सबको चौंका दिया। वरिष्ठ विधायकों (मंत्रियों) की मौजूदगी के बीच साल 46 साल के युवा विधायक, केवल दूसरी बार विधानसभा पहुंचने वाले पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) को विधायक दल का नेता चुनकर भाजपा ने वरिष्ठ नेतृत्व को ये संकेत दिया कि उत्तराखंड की कमान अब युवाओं के हाथ में रहेगी। पार्टी के इस निर्णय से ये अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है कि आगामी विधानसभा चुनाव में युवाओं को अधिक मौका मिलने वाला है।
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पुष्कर सिंह धामी का नाम के सहारे कुमाऊं और गढ़वाल का संतुलन बनाने की कवायद
उत्तराखंड (Uttarakhand) में हमेशा से ही कुमाऊं और गढ़वाल को लेकर विवाद और नाराजगी सामने आती रहती है। पिछले दो मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत और उनसे पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत दोनों गढ़वाल से थे जबकि पुष्कर सिंह धामी कुमाऊं से आते है। माना जा रहा है कि पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा ने कुमाऊं क्षेत्र को साधने की कोशिश की है।
वरिष्ठ नेताओं का आशीर्वाद लेने में व्यस्त हैं पुष्कर सिंह धामी
विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद मुख्यमंत्री के तौर पर नामित होने वाले पुष्कर सिंह धामी राज के वरिष्ठ नेताओं , पूर्व मुख्यमंत्रियों से आशीर्वाद लेने में व्यस्त हैं। पुष्कर सिंह धामी ने पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से जाकर मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया , गौरतलब है कि विधायक दल की बैठक में पुष्कर सिंह धामी के नाम का प्रस्ताव तीरथ सिंह रावत ने ही था। पुष्कर सिंह धामी ने पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से भी मुलाकात की और आशीर्वाद लिया इसके आलावा वे पूर्व मुख्यमंत्री एवं उत्तराखंड के वरिष्ठ नेता मेजर जनरल भुवन चंद्र खंडूरी से मिलने उनके घर गए और उनका आशीर्वाद लिया। पुष्कर सिंह धामी ने शहीद स्मारक पहुंचकर शहीद राज्य आंदोलनकारियों को भावभीनी पुष्पांजलि भी अर्पित की।
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आज लेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथ
पुष्कर सिंह धामी पहले शनिवार को ही शपथ लेने वाले थे उन्होंने राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से मुलाकात कर विधायकों के समर्थन वाला और उनको नेता चुने जाने वाला पत्र भी सौंपा था लेकिन शनिवार का कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया गया। सूचना है कि आज रविवार की शाम करीब 5 बजे पुष्कर सिंह धामी राजभवन में अकेले ही शपथ लेंगे। मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह बाद में होगा।
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बगावती सुर भी आ रहे सामने, सतपाल महाराज दिल्ली में जमे!
पुष्कर सिंह धमई का नाम सामने आने के बाद से उत्तरखंड में बगावत के सुर भी सुनाई दे रहे हैं , खबर है कि करीब 35 विधायक बगावत के मूड में हैं। वरिष्ठ विधायक और तीरथ सिंह रावत सरकार के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज दिल्ली में डेरा जमाये हुए हैं सुचना हरक सिंह रावत के भी दिल्ली पहुँचने की है। इन दोनों नेताओं के नाम मुख्यमंत्री की दौड़ में शामिल थे। सूत्रों की बात पर भरोसा करें तो गृहमंत्री अमित शाह ने दोनों नेताओं से पुष्कर सिंह धामी का सहयोग करने के लिए कहा है। उधर वरिष्ठ नेता तीरथ सिंह रावत सरकार के कैबिनेट मंत्री बंसीधर भगत ने इन बातों को कोरी अफवाह बताया उनके अलावा एक अन्य मंत्री धनसिंह रावत ने भी बगावत की बात को ख़ारिज कर दिया। हालाँकि इन दोनों के नाम भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल थे।