श्रीकाकुलम के कासिबुग्गा स्थित वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में शनिवार को हुई भगदड़ में 9 लोगों की मौत हो गई। मंदिर के संस्थापक हरि मुकुंद पांडा ने बताया कि एकादशी के अवसर पर अप्रत्याशित रूप से बड़ी संख्या में श्रद्धालु एक साथ पहुंच गए, जिसे नियंत्रित नहीं किया जा सका।
95 वर्षीय पांडा ने कहा, “हमने पुलिस को कार्यक्रम की कोई सूचना नहीं दी थी। हर सप्ताह ऐसा आयोजन होता है, इसलिए पुलिस को बताने की जरूरत नहीं पड़ती। आमतौर पर श्रद्धालु एक-एक करके दर्शन करते हैं, लेकिन कल भीड़ अनियंत्रित हो गई।”
निकास के लिए दो अलग रास्ते
आंध्र प्रदेश के मंत्री नारा लोकेश ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि मंदिर में प्रवेश और निकास के लिए दो अलग रास्ते हैं, लेकिन दोपहर के विश्राम के बाद दोबारा खुलते ही अचानक भीड़ बढ़ गई, जिससे दम घुटने की स्थिति बनी और भगदड़ मच गई।
घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया
मृतकों में एक बच्चा भी शामिल है। घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने प्रजा वेदिका में दो मिनट का मौन रखकर पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी और घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया।





