Inflation: विनिर्मित उत्पादों, ईंधन और खाने-पीने की दरों में इन दिनों दर्ज की गई गिरावट के बाद थोक महंगाई दर का स्तर नीचे आ गया है। 2015 के थोक महंगाई सूचकांक के आधार पर या 8 साल का अब तक का सबसे निचला स्तर है क्योंकि यह शून्य से 4.12 फीसदी नीचे जा चुका है।
वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक जून लगातार तीसरा महीना है जब थोक महंगाई की दर में गिरावट देखी गई है। इसके पहले यह मई में शून्य से 3.48 फीसदी नीचे, और अप्रैल में 0.92 फीसदी आंकी गई थी।
खाद्य वस्तुएं हुई सस्ती
मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक खाद्य वस्तुओं, खनिज तेल, कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस, मूल धातु और कपड़ों की कीमतों में आई कमी की वजह से जून में थोक महंगाई दर निचले स्तर पर पहुंच गई है। ईंधन एवं बिजली की महंगाई दर शून्य से घटकर 12.63 फीसदी रही। खाद्य वस्तुओं में 1.24 फीसदी की गिरावट देखी गई। विनिर्मित उत्पादों की थोक महंगाई दर शून्य से 2.71 फीसदी नीचे रही।
कुछ चीजें हैं महंगी
थोक महंगाई दर में कुछ चीजों की कीमतों में आई गिरावट के बीच कुछ चीजें ऐसी भी है, जो महंगी है। इनमें गेहूं, दाल, धान, दूध, अनाज, अंडा, मछली, तिलहन, तंबाकू समेत कुछ चीजें शामिल है।