भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। हम कहीं भी जाएं..हर समय कैमरे की निगरानी में हैं। शॉपिंग मॉल, रेस्तरां, होटल, हॉस्पिटल, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, ऑफिस या फिर दुकानें..हर जगह सीसीटीवी की निगरानी होती है। ये सुरक्षा के लिहाज से जरूरी भी हो गया है। लेकिन ये तो है वो कैमरे, जिनके बारे में हमें पता है। उन कैमरों का क्या..जो छिपकर लगाए गए हैं और जिनके पीछे कुछ गलत मंशा है।
आज हम बात कर रहे हैं हिडन कैमरा (hidden camera) की। अक्सर ही इस तरह की खबरें सामने आती हैं कि किसी चेंजिंग रूम में, वॉशरूम, होस्टल या फिर किसी के कमरे में सीक्रेटली कैमरा लगाया गया था और उससे उनके निजी क्षण रिकॉर्ड किए जा रहे थे। ये कानूनन अपराध है और इसके लिए सजा निर्धारित है। लेकिन अपराधी मानसिकता के लोग फिर भी बाज़ नहीं आते और इस तरह की हरकतें जारी रहती है। तो अगर आप भी किसी मॉल या शॉप में शापिंग के लिए जा रहे हैं और चेंजिंग रूम या वॉशरूम इस्तेमाल करना है तो कुछ आसान ट्रिक है, जिनसे पता कर सकते हैं कि कहीं वहां कोई छिपा हुआ कैमरा तो नहीं है।
हिडन कैमरा काफी छोटा होता है और किसी न किसी चीज के पीछे छिपाया जाता है। इस बटन बराबर कैमरे को ढूंढने के लिए थोड़ी मशक्कत करनी पड़ सकती है लेकिन तकनीक ने सब आसान कर दिया है। आजकल इसे ट्रैक करने के लिए माइक्रोफोन या कैमरा डिटेक्टर भी आता है, लेकिन आपको ले लेकर चलने की जरूरत नहीं। आपका स्मार्टफोन ही इसके लिए काफी है। आप अपने फोन में हिडन कैमरा डिटेक्टर एप डाउनलोड कर सकते हैं और इसे अपने फोन में इंस्टाल कर लें। इनमें आपको डिटेक्ट कैमरा बाय रेडिएशन मीटर का ऑप्शन मिलता है जिसपर क्लिक करते ही ये एक्टिव हो जाता है। ये एप आपको बताता है कि कहीं आसपास कोई हिडन कैमरा तो नहीं है।
इसके अलावा कुछ और आसान तरीके हैं। अगर आपको ये पता करना है कि मिरर के पीछे कैमरा तो नहीं लगा, तो मिरर पर अपनी उंगली टच करें। अगर आपकी उंगली और शीशे में उसके रिफ्लेक्शन में गैप दिख रहा है तो वहांं कोई कैमरा नहीं है। लेकिन अगर ऐसा नहीं है तो आपके तुरंत शिकायत करनी चाहिए। दूसरा तरीका है कि उस जगह की लाइट बंद कर दीजिए। अगर आपको वहां कोई रेड या ग्रीन लाइट दिखती है इसका मतलब वहां कोई छिपा हुआ कैमरा है। कुछ कैमरे मोशन सेंसर पर काम करते हैं..अगर आप कहीं एंटर हुए हैं और किसी मोशन सेंसर के स्टार्ट होने की आवाज आती है तो वो हिडन कैमरा हो सकता है। अगर किसी ट्रायल रूम में आपका फोन करना बंद कर देता है तो ये भी एक संकेत है कि वहां कैमरा लगा है। जहां कैमरे होते हैं वहां फोन के सिग्नल वीक हो जाते हैं। इसके अलावा आप अच्छे से चारों तरफ नजर डालिये और देखिये कि कहीं किसी बल्ब, हुक या हैंडल के पीछे कोई कैमरा तो नहीं है। इस तरह थोड़ी सतर्कता से आप एक बड़ी मुसीबत में पड़ने से बच सकते हैं।