World Bee Day 2023 : मधुमक्खियां खत्म हो गई तो मिट जाएगा इंसान का अस्तित्व

World Bee Day 2023 : क्या आप जानते हैं कि अगर धरती सेे मधुमक्खियां खत्म हो गई तो मानव प्रजाति भी खत्म हो जाएगी। दरअसल इस धरती पर लगभग हर जीव एक दूसरे पर किसी न किसी तरह से आश्रित है और यहां यही सिद्धांत काम करता है। आज विश्व मधुमक्खी दिवस है और इस दिन हम जानेंगे कि इस छोटे से जीव का कितना ज्यादा महत्व है।

मधुमक्खियाँ परागण में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। परागण..एक फूल के नर भाग से पराग को मादा भाग में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया है, जिससे निषेचन और बीज और फलों का उत्पादन होता है। दुनिया की लगभग 75% प्रमुख खाद्य फसलें मधुमक्खियों जैसे परागणकों पर काफी हद तक निर्भर करती हैं। इन फसलों में फल, सब्जियां और बीज शामिल हैं जो हमारे आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और स्वस्थ और संतुलित पोषण में योगदान करते हैं। दुनिया भर में खाने का एक तिहाई भाग मधुमक्खियों द्वारा परागित किया जाता है और अगर मधुमक्खियां खत्म हो जाए तो मनुष्य के लिए भोजन की भारी समस्या पैदा हो जाएगी। मधुमक्खियां पौधों और फसलों को जीवित रखने में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और इनके न रहने पर धीरे धीरे मानव प्रजाति भी खत्म हो जाएगी। इसीलिए मधुमक्खियों और अन्य परागणकों के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 20 मई को विश्व मधुमक्खी दिवस मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा 2017 में हमारे पारिस्थितिक तंत्र, खाद्य उत्पादन और समग्र जैव विविधता के लिए मधुमक्खियों के महत्व पर जोर देने के लिए मनाए जाने का निर्णय लिया गया था।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।