World Meditation Day : विश्व ध्यान दिवस पर जानिए इसका महत्व, मेडिटेशन से बना सकते हैं तन-मन को स्वस्थ

ध्यान को लेकर दुनियाभर में कई अध्ययन हुए हैं। हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के अनुसार, ध्यान मस्तिष्क के उन हिस्सों को मजबूत करता है जो भावनात्मक नियंत्रण और मानसिक लचीलापन लाने में मदद करते हैं। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के शोध से पता चलता है कि ध्यान अवसाद, चिंता, और दर्द को प्रबंधित करने में प्रभावी है। यह एकाग्रता, स्मरण शक्ति, आत्मविश्वास, विचारों की स्पष्टता, इच्छा शक्ति और मस्तिष्क की ग्रहण शक्ति भी बढ़ाता है।

Shruty Kushwaha
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World Meditation Day : आज विश्व ध्यान दिवस है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर मानसिक स्वास्थ्य और आत्म-जागरूकता को बढ़ावा देना है। भारतीय परंपरा में ध्यान का विशेष महत्व रहा है। हमारे यहां यह सिर्फ मानसिक शांति और स्वास्थ्य बेहतर बनाने का माध्यम भर नहीं है, बल्कि मन, आत्मा मन और शरीर के गहन संतुलन को बनाने  का साधन भी है।

ध्यान एक प्राचीन अभ्यास है जो वर्तमान क्षण पर ध्यान केंद्रित करने और मन की स्थिरता को बढ़ाने में सहायता करता है। हजारों वर्षों से दुनिया की विभिन्न संस्कृतियों में ध्यान पद्धति कई तरह से शामिल रही है। आज के भागमभाग वाले समय में इसका महत्व और बढ़ गया है और ध्यान को समग्र स्वास्थ्य और कल्याण के लिए अपनाया जा रहा।

ध्यान का महत्व

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 दिसंबर को विश्व ध्यान दिवस (World Meditation Day) के रूप में घोषित किया है। ध्यान की परंपरा लगभग 5,000 ईसा पूर्व से अस्तित्व में है। ये पद्धति प्राचीन मिस्र और चीन की सभ्यताओं के साथ-साथ यहूदी धर्म, हिंदू धर्म, जैन धर्म, सिख धर्म और बौद्ध धर्म जैसी अनेक धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं में प्रचलित रही है।

ध्यान मानसिक शांति, एकाग्रता और आंतरिक संतुलन प्राप्त करने में सहायक है। नियमित ध्यान से तनाव कम होता है, मनोबल बढ़ता है और जीवन की गुणवत्ता में सुधार होता है। यह कई मानसिक तथा शारीरिक विकारों को दूर करने में भी कारगर है। ध्यान सकारात्मक व्यक्तित्व विकसित करने में मदद करता है।

कैसे करें Meditation

ध्यान आप स्वयं भी कर सकते हैं और इसके लिए किसी विशेषज्ञ का मार्गदर्शन भी लिया जा सकता है। ध्यान प्रारंभ करने के लिए ये सरल विधि अपनाई जा सकती है:

  1. स्थान चुनें: शांत और स्वच्छ स्थान पर सुखासन या सिद्धासन में बैठें।
  2. शरीर शिथिल करें: अपने शरीर और मन को तनावमुक्त करें।
  3. श्वास पर ध्यान दें: गहरी सांस लें और छोड़ें, श्वास की गति पर ध्यान केंद्रित करें।
  4. ध्यान केंद्रित करें: अपने इष्टदेव, मंत्र या श्वास पर ध्यान केंद्रित करें।
  5. समाप्ति: कुछ मिनटों बाद धीरे-धीरे आंखें खोलें और सामान्य अवस्था में लौटें।

ध्यान से होने वाले लाभ

ध्यान के नियमित अभ्यास से मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक स्तर पर कई लाभ प्राप्त होते हैं। ध्यान का प्रभाव व्यक्ति के दैनिक जीवन और समग्र स्वास्थ्य पर गहरा होता है। इसके प्रमुख लाभ निम्नलिखित हैं:

मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

  • तनाव और चिंता में कमी: ध्यान से मस्तिष्क में तनाव हार्मोन (कोर्टिसोल) का स्तर घटता है, जिससे चिंता और तनाव कम होते हैं।
  • एकाग्रता और स्मरण शक्ति में सुधार: ध्यान से मस्तिष्क की कार्यक्षमता बढ़ती है, जिससे निर्णय क्षमता, ध्यान और स्मरण शक्ति बेहतर होती है।
  • भावनात्मक संतुलन: ध्यान करने से व्यक्ति अधिक धैर्यशील और भावनात्मक रूप से स्थिर बनता है।

शारीरिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

  • रक्तचाप का नियंत्रण: ध्यान करने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है, जिससे हृदय रोगों का जोखिम कम होता है।
  • इम्यून सिस्टम की मजबूती: नियमित ध्यान से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होती है।
  • नींद की गुणवत्ता में सुधार: ध्यान से नींद गहरी और बेहतर होती है, जिससे अनिद्रा की समस्या दूर होती है।
  • दर्द प्रबंधन: ध्यान क्रॉनिक दर्द, माइग्रेन और अन्य शारीरिक तकलीफों को कम करने में सहायक है।

आध्यात्मिक लाभ

  • आंतरिक शांति और संतोष: ध्यान से व्यक्ति अपने भीतर की शांति और आंतरिक संतुलन का अनुभव करता है।
  • स्वयं के प्रति जागरूकता: ध्यान से आत्म-जागरूकता बढ़ती है और व्यक्ति अपने जीवन के उद्देश्य को समझ पाता है।
  • आध्यात्मिक विकास: ध्यान से व्यक्ति अपने मन, आत्मा और शरीर के बीच संतुलन बनाता है, जिससे गहन आत्मिक अनुभव होते हैं।

सामाजिक और व्यवहारिक लाभ

  • रिश्तों में सुधार: ध्यान से सहानुभूति और करुणा की भावना बढ़ती है, जिससे आपसी संबंध बेहतर होते हैं।
  • सकारात्मक दृष्टिकोण: ध्यान से नकारात्मकता घटती है और जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित होता है।

About Author
Shruty Kushwaha

Shruty Kushwaha

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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