नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। आवारा पशुओं का कहर आजकल बढ़ता ही जा रहा है, जिसकी वजह से किसान को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। पशु खेतों में घुसकर खड़ी फसल को नष्ट कर रहे है। इससे बचने के लिए सरकार एक नई योजना लेकर आई है, जिससे किसान को बड़ा नुकसान होने से बचाया जा सके।
ये योजना सरकार द्वारा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन तिलहन के अंतर्गत शुरू की गई है, जिसके तहत अपने खेतों को आवारा पशुओं से बचाने के लिए किसान खेत के चारों ओर कांटे वाले तार लगा सकते हैं।
आइये आपको विस्तार से बताते है कि इस योजना के तहत किसान को कितनी राशि मिलेगी और इसके लिए कैसे अप्लाई कर सकते है –
इतनी सब्सिडी मिलेगी
तारबंदी योजना के तहत राजस्थान सरकार की तरफ से किसानों को 50 प्रतिशत सब्सिडी मिलती है, जहां 48 हजार तक का खर्च सरकार की ओर से दिया जाता है, जबकि बाकी रकम किसानों को देनी पड़ती है। योजना में किसानों को उनकी जमीन के हिसाब से सब्सिडी प्रदान की जाती है।
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बता दे, राजस्थान फसल संरक्षण मिशन के तहत राज्य सरकार फसलों को नीलगाय और आवारा पशुओं से बचाने के लिए खेतों में 400 मीटर बाड़ लगाने के लिए 40 हजार रुपये सब्सिडी के रूप में दे रही है। वहीं छोटे और सीमांत किसानों को कुल 48 हजार रुपये की अनुदान राशि दी जाती है।
कैसे उठाए योजना का लाभ
इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों के पास कम से कम 1.5 हेक्टेयर कृषि भूमि (6 बीघा) राजस्व रिकॉर्ड के साथ होना आवश्यक है। इसके अलावा सामूहिक रूप से 2 या अधिक किसानों के नाम एक ही स्थान पर कम से कम 1.5 हेक्टेयर (6 बीघा) कृषि भूमि होना आवश्यक है।
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अप्लाई करने के लिए इन दस्तावेजों की जरुरत
इस योजना के तहत अप्लाई करने के लिए निम्न दस्तावेजों का होना जरुरी है –
- इच्छुक किसानों के पास 6 माह से पूर्व की नवीनतम जमाबंदी
- जिन खेतों में तारबंदी करवानी है उनका नक्शा
- जनाधार कार्ड (इसमे बैंक खाता एवं कृषक श्रेणी लघु और सीमांत अपडेट होना अनिवार्य है)
- आधार कार्ड
- एक रंगीन फोटो
ऐसे करे अप्लाई
इच्छुक किसान राज किसान साथी पोर्टल पर जा कर इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस योजना के लिए किसानों का चयन पहले आओ और पहले पाओ के आधार पर किया जाएगा।