बता दे, त्रिपुरा की चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए गुरुवार (23 जून) को मतदान हुआ था। हिंसा की घटनाओं के बीच 1,89,032 लोगों में से 78.58 प्रतिशत से अधिक लोगों ने मतदान किया था।
बीजेपी ने ममता बनर्जी पर कसा तंज
त्रिपुरा उपचुनाव में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) का बहुत ही निराशाजनक प्रदर्शन रहा, जहां उनके प्रत्याशियों की जमानत तक जब्त हो गई।
ममता की इस करारी हार पर चुटकी लेते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता अमित मालवीय ने ट्वीट कर लिखा, “तृणमूल कांग्रेस ने त्रिपुरा उपचुनाव में सभी चार सीटों पर डिपो खो दिया, चौथे स्थान पर रही। उन्होंने कहा कि बंगाल में इसी तरह की अप्रासंगिकता बनर्जी का इंतजार कर रही है।”
बता दे, ममता बनर्जी की पूर्वोत्तर राज्य में अपनी धाक जमाने की कोशिश विफल रही और उनका एक भी उम्मीदवार अपनी जमानत तक नहीं बचा सका।
ऐसा रहा परिणाम
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने टाउन बारदोवाली सीट पर हुए उपचुनाव में 6,104 मतों से जीत हासिल की। चुनाव आयोग के मुताबिक, उन्हें 17,181 वोट मिले, जो कुल वोटों का 51.63 फीसदी है। निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के आशीष कुमार साहा को 11,077 वोट मिले।
अगरतला में कांग्रेस उम्मीदवार सुदीप रॉय बर्मन ने 17,241 मतों से 3,163 मतों के अंतर से जीत हासिल की। उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के अशोक सिन्हा को 14,268 मत मिले।
माकपा जुबराजनगर का अपना किला भगवा पार्टी से 4,572 मतों के अंतर से हार गई। बीजेपी की मलिना देबनाथ को 18,769 वोट मिले, जबकि माकपा के शैलेंद्र चंद्र नाथ को 14,197 वोट मिले।
सूरमा से भाजपा की स्वप्ना दास को कुल 16,677 वोट मिले। उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी टीआईपीआरए मोथा के बाबूराम सतनामी को 12,094 वोट मिले।