डीडवाना जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर लाडनूं विधायक मुकेश भाकर ने स्मार्ट मीटर योजना के विरोध में प्रदर्शन किया। वे अपने समर्थकों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे और मुख्य गेट के बाहर धरने पर बैठ गए। इस दौरान भाजपा सरकार और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। विधायक और उनके समर्थकों ने जिला कलेक्टर को बाहर आकर ज्ञापन लेने की मांग की, लेकिन कलेक्टर के बाहर न आने पर प्रदर्शनकारी आक्रोशित हो गए। उन्होंने जबरन कार्यालय में घुसने की कोशिश की, जिसे पुलिस ने रोक दिया। इससे दोनों पक्षों के बीच हल्की नोकझोंक भी हुई। बाद में एक प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
स्मार्ट मीटर को लेकर जताई कई आपत्तियां
विधायक मुकेश भाकर ने सौंपे गए ज्ञापन में स्मार्ट मीटर योजना के खिलाफ अपनी आपत्तियां दर्ज कराईं। उन्होंने बताया कि स्मार्ट मीटर की लागत अधिक है और इससे डेटा सुरक्षा की चिंता बढ़ती है। इसके अलावा तकनीकी खराबी, नेटवर्क निर्भरता, बिलिंग में गड़बड़ी और साइबर हमलों का खतरा जैसे मुद्दे भी सामने रखे गए। ज्ञापन में कहा गया कि कई उपभोक्ताओं के लिए यह तकनीक जटिल है और स्थानांतरण की सुविधा भी सीमित है। इन सब समस्याओं को ध्यान में रखते हुए विधायक ने स्मार्ट मीटर योजना को लागू न करने की मांग की है।
धार्मिक स्थल के पास अनैतिक गतिविधियों का आरोप
इसी दौरान लाडनूं शहर के वार्ड नंबर 38 से एक और गंभीर मामला सामने आया है। एक धार्मिक स्थल के पास स्थित मकान में अनैतिक गतिविधियां चलने का आरोप लगाया गया है। स्थानीय लोगों ने मकान मालिक नारायण सोनी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसके मकान में बीते कुछ दिनों से संदिग्ध तरीके से महिलाओं और लड़कियों का आना-जाना बढ़ गया है। लोगों का कहना है कि जब उन्होंने इसका विरोध किया तो मकान मालिक ने उन्हें धमकाना शुरू कर दिया। इसके बाद लोगों ने पुलिस को सूचना दी, लेकिन पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
एसपी को सौंपा गया ज्ञापन, कार्रवाई की मांग
स्थानीय निवासियों ने इस मामले को लेकर नागौर एसपी रिचा तोमर को ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने मकान में चल रही अनैतिक गतिविधियों को तुरंत बंद कराने की मांग की है। लोगों का आरोप है कि पुलिस की ओर से अब तक सिर्फ खानापूर्ति की गई है, जिससे आरोपी के हौसले बुलंद हैं। लोगों ने यह भी कहा कि धार्मिक स्थल के पास ऐसी गतिविधियां आस्था के साथ खिलवाड़ हैं और प्रशासन को जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।





