राजस्थान के सीकर जिले का रींगस शहर खाटूश्यामजी मंदिर के कारण देश और दुनिया भर में प्रसिद्ध है। यहां हर साल लाखों श्रद्धालु बाबा श्याम के दर्शन के लिए आते हैं। विशेष रूप से जन्माष्टमी और खाटूश्याम जन्मोत्सव जैसे अवसरों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। लेकिन व्यवस्थाओं की कमी और यातायात अव्यवस्था के कारण बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को अक्सर दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इन्हीं समस्याओं को देखते हुए रींगस पुलिस ने सोमवार, 22 अक्टूबर की शाम रेलवे स्टेशन क्षेत्र में बेतरतीब खड़े वाहनों के खिलाफ अभियान चलाया।
रींगस पुलिस की सख्त कार्रवाई
पुलिस की इस सख्त कार्रवाई से वाहन चालकों में अफरा-तफरी मच गई। रींगस रेलवे स्टेशन के बाहर गलत तरीके से खड़े करीब 15 वाहनों को पुलिस ने जब्त कर लिया। इनमें कैंपर, सवारी गाड़ियां और टेंपो शामिल थे। अचानक हुई कार्रवाई के बाद कई चालक अपने वाहन छोड़कर गलियों में भागते नजर आए। पुलिस ने बताया कि इस कार्रवाई का उद्देश्य स्टेशन और बाजार क्षेत्र में यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाए रखना है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो।

रींगस थाना अधिकारी सुरेश कुमार ने बताया कि स्टेशन बाजार क्षेत्र को पहले से नो पार्किंग जोन घोषित किया गया है। इसके बावजूद कुछ वाहन चालक यहां गाड़ियां खड़ी कर यात्रियों को बिठाने की कोशिश कर रहे थे। ऐसे वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई और उन्हें जब्त कर लिया गया। उन्होंने कहा कि नो पार्किंग क्षेत्र में किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं बरती जाएगी।
थानाधिकारी ने क्या कहा?
थानाधिकारी ने कहा, “सायंकालीन गश्त के दौरान हमारी टीम नियमित रूप से चेकिंग करती है। आज रेलवे स्टेशन बाजार में अव्यवस्थित तरीके से खड़े वाहनों को हटाने और जब्त करने की कार्रवाई की गई है।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा ताकि बाबा श्याम के दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुगम यात्रा अनुभव हो सके।
रींगस पुलिस ने सभी वाहन चालकों और स्थानीय निवासियों से अपील की है कि वे यातायात नियमों का पालन करें और दूर-दराज से आने वाले श्याम भक्तों की सुविधा का ध्यान रखें। इस वर्ष खाटूश्यामजी का जन्मोत्सव 1 नवंबर को मनाया जाएगा, जिस दौरान लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। पुलिस ने कहा कि आगामी पर्व के मद्देनजर यातायात और सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जा रहा है।










