Lal Kitab: हिंदू धर्म में ज्योतिष और पौराणिक ग्रंथों का काफी अधिक महत्व माना गया है। यह ऐसी चीज है जो व्यक्ति को उसके जीवन से जुड़े विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी देती है। ज्योतिष में ग्रह नक्षत्र की स्थिति को देखकर व्यक्ति के जीवन व्यक्तित्व और भविष्य के बारे में जानकारी मिल जाती है। वहीं पौराणिक ग्रंथों में पुराने समय में हुई घटनाओं का जिक्र तो दिया ही गया है। साथ ही कुछ सीख भी बताई गई है।
लाल किताब एक ऐसा ही बहुत प्रसिद्ध पौराणिक ग्रंथ है। इसमें जीवन के अनुभवों के आधार पर कुछ उपाय बताए गए हैं जिनका मानव जीवन पर सकारात्मक असर देखने को मिलता है। अगर इन उपायों को ठीक तरह से अपना लिया जाए तो व्यक्ति का जीवन बदल सकता है। चलिए आज हम आपके जीवन में आने वाली अलग-अलग समस्याओं के अलग-अलग उपाय बताते हैं।
धन की समस्या
अगर आप धन संबंधी परेशानी का सामना कर रहे हैं। बहुत कोशिश करने के बावजूद भी आपको धन की प्राप्ति नहीं हो रही या फिर जो कमाते हैं वह टिक नहीं पा रहा। तो आपको 21 शुक्रवार तक 9 साल से कम उम्र की पांच कन्याओं को खीर और मिश्री खिलानी चाहिए।
धन में ठहराव
आप जितना भी धन कमाते हैं वह आपके पास टिक नहीं पता कहीं ना कहीं खर्च हो जाता है या कोई मुसीबत आ जाती है। इसके लिए आपको अपने घर के सभी नल ठीक करवा लेना चाहिए क्योंकि नाल में से पानी नहीं टपकना चाहिए। घर में छाया दूध उबाल कर बाहर नहीं फैलने चाहिए और किचन में झूठे बर्तन नहीं होने चाहिए।
पितृ दोष से मुक्ति
पितृ दोष एक ऐसी बाधा है जो व्यक्ति के जीवन में कई तरह की परेशानी लेकर आती है। अगर आप पितृ दोष से मुक्ति पाना चाहते हैं तो आपको रोजाना सुबह और शाम हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए।
आर्थिक स्थिति के लिए
अगर आप अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाना चाहते हैं तो आपको शुक्रवार के दिन घर की साफ सफाई करनी चाहिए। जो व्यक्ति इस दिन उपवास कर माता लक्ष्मी के मंदिर जाकर दर्शन करता है। उन्हें 11 कमल के फूल अर्पित करता है। उसकी मनोकामना पूरी होती है और आर्थिक स्थिति सुधरने लगती है।
संकटों से बचने के लिए
अगर आपके जीवन में बार-बार कोई परेशानी आ रही है। उसके समाधान के लिए आपको मंगलवार और शनिवार के दिन बरगद के पत्ते पर आटे का दीपक जलाकर हनुमान के मंदिर में रखना चाहिए।
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।