Chanakya Niti : चाणक्य जिन्हें कौटिल्य के नाम से भी जाना जाता था, एक प्रमुख भारतीय गुप्त वंश के शास्त्री, राजनीतिज्ञ और विचारक थे। वे भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण व्यक्तित्व माने जाते हैं। उन्होंने अपने जीवनकाल में भारतीय राजनीति और शास्त्र को मजबूत किया। साथ ही अपने कार्यों और विचारों के माध्यम से भारतीय समाज को सुधारने का प्रयास किया। चाणक्य के प्रमुख कृति उनकी ग्रंथ “अर्थशास्त्र” है, जिसमें राजनीति, आर्थिक प्रबंधन और युद्धकला के विभिन्न पहलुओं को विस्तार से वर्णित किया गया है।
चाणक्य की एक और प्रमुख कृति है “चाणक्य नीति”, जिसमें व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन में सफलता पाने के नियमों और मार्गदर्शन का दिया है। वो चंद्रगुप्त मौर्य के दरबार में प्रधान मंत्री रहे और उन्होंने चंद्रगुप्त को सम्राट बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके प्रमुख दुश्मन राजा धाननंद थे, जिनके खिलाफ वे चंद्रगुप्त का साथ दिए थे। तो चलिए आज हम आपको उनकी नीति के एक ऐसे अध्याय के बारे में बताएंगे, जिसमें उन्होंने महिलाओं को इन चीजों में पुरुषों से आगे बताया है।
- आचार्य चाणक्य के अनुसार, महिलाओं को पुरुषों की अपेक्षा ज्यादा भूख लगती है। उन्हें दिनभर में ज्यादा ऊर्जा की आवश्यकता होती है। इसलिए वो ज्यादा भोजन करती हैं।
- आचार्य चाणक्य के ग्रंथों में बताया गया है कि महिलाएं पुरुषों की अपेक्षा ज्यादा बुद्धिमान होती हैं। वो पुरुषों से ज्यादा चतुर और समझदार होती हैं। सभी कार्यों में उनका दिमाग साफ तरीके से कार्य करता है।
- चाणक्य के अनुसार, महिलाएं पुरुषों की अपेक्षा आठ गुणा ज्यादा कामुक होती हैं। महिलाओं के भीतर कामुकता की शक्ति पुरुषों की अपेक्षा ज्यादा होती है। हालांकि, वो जल्दी अपनी इच्छा को जाहिर नहीं करती।
- “चाणक्य नीति” की मानें तो महिलाएं पुरुषों की अपेक्षा ज्यादा साहसी होती हैं। उनके भीतर साहस की शक्ति पुरुषों की अपेक्षा 6 गुणा अधिक होती है। वो कोई भी काम निडर होकर कर लेती हैं।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)