Amazing View : रविवार की शाम आसमान में एक अद्भुत नजारा लोगों को देखने को मिला। जिसकी कई तस्वीर है सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही है। इन तस्वीरों में चंद्रमा के पास एक चमकता हुआ तारा देखने को मिला। इस नजारे ने सभी का मन मोह लिया। दरअसल शुक्ल पक्ष की तीज यानी अक्षय तृतीया के दिन हंसियाकार चंद्रमा और चमकता हुआ शुक्र ग्रह एक दूसरे से मुलाकात करते नजर आया।
शुक्र के साथ चंद्रमा की जोड़ी देखकर लोग खुश हुए। ऐसा नजारा बहुत कम देखने को मिलता है। लेकिन इस साल दूसरी बार लोगों को अद्भुत नजारा आसमान में देखने को मिला। इसको लेकर भोपाल की नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू द्वारा बताया गया है कि मून और वीनस के बीच एक डिग्री से कुछ अधिक का ही अंतर था।
ऐसे में सूर्यास्त के बाद जैसे-जैसे आसमान की रौशनी कम होने लगी वैसे वैसे चंद्रमा और शुक्र की जोड़ी चमकती हुई दिखाई देने लगी। दोनों वृषभ तारामंडल के सामने थे। इसे अर्थशाइन के नाम से जाना जाता है। ऐसे में चंद्रमा आधा होते हुए भी पूरा गोलाकार का होने का आभास करवाता है।
इस नज़ारे को देख कर ऐसा लग रहा था मानो चंद्रमा ने पृथ्वी से चमक मांगकर वीनस के साथ जोड़ी बनाई हो। जानकारी के मुताबिक, वीनस माइनस 4.12 मैग्नीट्यूड से और चंद्रमा माइनस 10.3 मैग्नीट्यूड चमक रहा था। भारत की कई जगहों पर इस नजारे को देखा गया। सभी ने सोशल मीडिया पर भी इस अद्भुत नजारे की तस्वीरें शेयर की है। लगभग 2 घंटे 50 मिनट तक ये दोनों साथ रहे।
विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया
नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि रविवार को मून और वीनस के बीच 1 डिग्री से कुछ अधिक का ही अंतर दिख रहा था । सूर्यास्त के बाद जैसे –जैसे आकाश की लालिमा कम होती गई इस जोड़ी की चमक बढ़ती दिखने लगी । ये दोनों वृषभ तारामंडल के सामने थे ।इनमें से वीनस तो पृथ्वी से लगभग 15 करोड़ 52 लाख किमी दूर था तो चंद्रमा मात्र 3 लाख 90 हजार 700 किमी था। लेकिन उनका पृथ्वी से दिखने वाला कोण इस प्रकार का था कि वे मिलते से दिख रहे थे । इनमें से वीनस माईनस 4.12 मैग्नीट्यूड से और चंद्रमा माईनस 10.3 मैग्नीट्यूड चमक रहा था । अनेक स्थानों पर इस मिलन को देखा गया लेकिन कुछ स्थानों पर कुछ समय बाद में बादल बाधा बनें ।