Astrology: सुंदरता से होता है इस ग्रह का कनेक्शन, कमजोर होने पर होती है Skin Problem, करें ये 5 उपाय

सुंदरता का भी ग्रहों से गहरा संबंध होता है। शुक्र को सौन्दर्य का कारक माना जाता है। कुंडली में इसकी कमजोर स्थिति होने पर बुढ़ापा भी जल्दी आता है। आइए जानें शुक्र को मजबूत कैसे करें?

Manisha Kumari Pandey
Published on -

Astrology: वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सभी ग्रहों का व्यक्ति के जीवन से गहरा संबंध होता है। ग्रहों की स्थिति कमजोर होने पर जातकों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। मजबूत स्थिति व्यक्ति भाग्योदय भी कर सकती है। त्वचा और खूबसूरती का भी ग्रहों से गहरा संबंध होता है। शुक्र को सुंदरता का ग्रह माना जाता है। कुंडली में शुक्र की स्थिति मजबूत होने पर व्यक्ति की खूबसूरती बढ़ती है। पर्सनालिटी आकर्षक होती है। भौतिक सुख-सुविधाओं लाभ मिलता है। बिना किसी कॉस्मेटिक्स का इस्तेमाल किए चेहरे पर गलो बना रहता है।

शुक्र कमजोर होने से क्या होता है?

शुक्र की स्थिति कमजोर होने पर त्वचा संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ता है। धन खर्च बढ़त है। सुख-सुविधाओं का भोग नहीं मिलता है। व्यक्तित्व का आकर्षण भी कम होने लगता है। जीवन में सुख की कमी होती है। वैवाहिक जीवन पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। फटे और गंदे कपड़े-जूते पहनने शुक्र की स्थिति कमजोर होती है।

शुक्र ग्रह मजबूत करने के उपाय

  • हीरा या सफेद ओपल पहनना शुभ माना जाता है। इन रत्नों को धारण करने से सुख-सुविधाओं में वृद्धि होती है त्वचा से संबंधित बीमारियां भी कम होती है।
  • शुक्रवार के दिन भगवान शिव को सफेद फूल अर्पित करें।
  • सुबह शुक्र के मंत्र “ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः” का जाप करें।
  • गुलाबी और सफेद रंगों के वस्त्र धारण करें।
  • सफेद मिठाई या सफेद चीजों का दान करें।

(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी साझा करना है, जो पंचांग, मान्यताओं और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। MP Breaking News इन बातों के सत्यता और सटीकता की पुष्टि नहीं करता। )

 


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News