Astrology: रंगों का ग्रहों से होता है खास कनेक्शन, सही इस्तेमाल से मिलेगा भाग्य का साथ, दूर होंगे कुंडली के सारे दोष

प्रत्येक ग्रह का निश्चित रंग होता है। जीवन में सही रंगों का इस्तेमाल करके आप कुंडली में ग्रहों की स्थिति मजबूत कर सकते हैं। आइए जानें किस ग्रह को मजबूत करने के लिए कौन-सा रंग उचित रहेगा?

Manisha Kumari Pandey
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Astrology: ज्योतिष ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रंगों का ग्रहों से गहरा संबंध होता है। हर रंग मनुष्य के जीवन को अलग-अलग तरीके से प्रभावित करता है। आप अपने जीवनशैली में सही रंगों को शामिल करके कुंडली के दोषों से मुक्ति पा सकते हैं। आइए जानें कौन-सा रंग किस ग्रह से संबंधित होता है:-

ग्रहों का रंग

ग्रहों के राजा सूर्य का रंग सुनहरा, केसरिया, रक्त वर्ण और नारंगी है। चंद्र देव का कनेक्शन सफेद रंग से होता है। मंगल का संबंध लाल, बुध का हरा और गुरु का पीला से होता है। शुक्र का संबंध नीले और चमकीले रंग से होता है। नीला रंग शनि को भी प्रिय है। शनि देव का रंग काला भी होता जी। राहु का रंग नीला या काला है। वहीं केतु का रंग सफेद और काला एक साथ है।

रंग और उनके गुण

काले रंग को गहराई और चिंतन का प्रतीक माना जाता है। लाल रंग उत्तेजना का सूचक होता है। सफेद रंग शांति, शुद्धता, पवित्रता और विद्या का प्रतीक है। पीला रंग प्रसन्नता और उमंग का प्रतीक माना जाता है। नीला रंग अशांत मन, बैचेनी, और गहन स्थिति सूचक है। हरा रंग प्रसन्नता को दर्शाता है।

(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी साझा करना है, जो ग्रंथों, मान्यताओं और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। MP Breaking News इन बातों के सत्यता और सटीकता की पुष्टि नहीं करता।)


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