बुधादित्य राजयोग से चमकेगा इन राशियों का भाग्य, होंगे मालामाल! नौकरी-व्यापार में नए अवसर, हर काम में सफलता

ज्योतिष के मुताबिक,जब कुंडली में सूर्य और बुध दोनों ग्रह एक साथ मौजूद हों तो बुधादित्य राजयोग बनता है। बुधादित्य योग कुंडली के जिस भाव में मौजूद रहता है उसे वह मजबूत बना देते है।

Budhaditya Rajyog 2025 : हर ग्रह एक निश्चित अवधि के बाद एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है। इस दौरान एक राशि में दो या दो अधिक ग्रहों के आने से युति, संयोग और राजयोग का निर्माण होता है। इसी क्रम में चैत्र नवरात्रि के बाद ग्रहों के राजकुमार बुध और ग्रहों के राजा सूर्य की मंगल की राशि मेष में युति होने से बुधादित्य राजयोग का निर्माण होगा।

ज्योतिष के अनुसार ,14 अप्रैल को आत्मा पिता के कारक सूर्य  मेष राशि में गोचर करेंगे। बुद्धि, मित्रता, तर्क, ज्ञान के कारक बुध भी 7 मई को मेष में प्रवेश करेंगे, ऐसे में मंगल की राशि मेष में दोनों ग्रहों की युति से बुधादित्य राजयोग का निर्माण होगा, जो 3 राशियों के लिए लकी साबित होने वाला है। आईए जानते है कौन सी है वो लकी राशियां…..

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बुधादित्य राजयोग : चमक उठेगी इन राशियों की किस्मत

सिंह राशि: बुधादित्य राजयोग जातकों के लिए फलदायी सिद्ध हो सकता है।अच्छे दिन शुरू हो सकते हैं। भाग्य का साथ मिलेगा। व्यापार में मुनाफा हासिल कर सकते है।  निवेश से लाभ के योग बन सकते है। देश- विदेश की यात्रा पर जा सकते हैं।  धार्मिक या मांगलिक कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं।रिश्तों में खुशियां ही खुशियां आने वाली है।

सिंह राशि : जातकों के लिए बुधादित्य राजयोग काफी लाभकारी सिद्ध हो सकता है। कार्य शैली में निखार होगा। शादीशुदा का वैवाहिक जीवन शानदार रहेगा। अविवाहितों के लिए शादी के प्रस्ताव आ सकते है। जीवन में सफलता मिल सकती है। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। अटके रूके कामों को गति मिलेगी। नौकरीपेशा को प्रमोशन के साथ वेतनवृद्धि का लाभ मिल सकता है।

मिथुन राशि: बुधादित्य राजयोग जातकों के लिए शुभ साबित हो सकता है। आय में वृद्धि के प्रबल योग है। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। करियर में प्रमोशन या नए प्रोजेक्ट्स की शुरूआत कर सकते है। पुराने निवेश से लाभ हो सकता है। वहीं इस समय आपकी इच्छाओं की पूर्ति होगी। व्यापार में नई योजनाएं सफल हो सकती है। कार्यों में सफलता मिलने के प्रबल योग है।

जानिए बुधादित्य राजयोग के बारें में

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आदित्य का मतलब सूर्य से होता है इस तरह से जब कुंडली में सूर्य और बुध दोनों ग्रह एक साथ मौजूद हों तो बुधादित्य राजयोग बनता है।
बुधादित्य योग कुंडली के जिस भाव में मौजूद रहता है उसे वह मजबूत बना देते है। कुंडली में बुध और सूर्य के एक साथ होने पर विशेष फल की प्राप्ति होती है।उसे धन, सुख-सुविधा, वैभव और मान-सम्मान की प्राप्ति होती है।

(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)


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Pooja Khodani

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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