Guru Vakri 2024: गुरु यानी बृहस्पति को सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह है। वैदिक ज्योतिष शास्त्र में भी इस ग्रह का बेहद विशेष महत्व होता है। गुरु को ज्ञान, भाग्य, धन-संपत्ति और सुख-समृद्धि का कारक माना जाता है। कुंडली में गुरु बलवान होने से व्यक्ति सदगुण संपन्न और ज्ञानी होता है। धन की कभी कमी नहीं होती। भाग्य का अभी पूरा साथ मिलता है। वैवाहिक जीवन भी सुखमय रहता है। सुख और समृद्धि भी बनी रहती है। गुरु एक राशि से दूसरे राशि में प्रवेश करने में करीब एक साक का समय लगाते हैं। 1 मई को देवगुरु बृहस्पति वृषभ राशि में प्रवेश कर चुके हैं और अक्टूबर में इसी राशि में उल्टी चाल भी चलेंगे। गुरु वक्री का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। तीन राशियों को इस संयोग से सबसे ज्यादा लाभ होगा। आइए जानें ये भाग्यशाली राशियाँ कौन-कौन सी हैं-
वृश्चिक राशि
कर्क राशि
धनु राशि
(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी साझा करना है, जो पंचांग, ग्रंथों, मान्यताओं और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। MP Breaking News इन बातों के सत्यता और सटीकता की पुष्टि नहीं करता।)