Lakshmi Narayan Rajyog 2024 : ज्योतिष के मुताबिक, हर ग्रह एक निश्चित समय के बाद एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है और अगर एक राशि में 2 या इससे अधिक ग्रह आ जाए तो राजयोग या फिर दुर्लभ संयोग बनते है। इसी क्रम में दिवाली से पहले ग्रहों के राजकुमार बुध और दैत्यों के गुरू शुक्र एक बार फिर दिवाली से पहले वृश्चिक राशि में लक्ष्मी नारायण राजयोग बनाने जा रहे है।
वैदिक पंचांग के अनुसार, 29 अक्तूबर को धनतेरस पर वाणी, बुद्धि और व्यापार के कारक बुध चाल बदलते हुए मंगल की राशि वृश्चिक में प्रवेश करेंगे, जहां पर पहले से शुक्र देव विराजमान हैं। चुंकी 13 अक्टूबर को ही सुख, वैभव, सौंदर्य के कारक शुक्र ने वृश्चिक राशि में प्रवेश किया है और 6 नवंबर तक यहीं रहेंगे, इसके बाद 7 नवंबर को धनु राशि में गोचर करेंगे, ऐसे में धनतेरस पर बुध शुक्र की युति से वृश्चिक राशि में लक्ष्मी नारायण राजयोग बनेगा जो 3 राशियों के लिए लकी साबित हो सकता है।
लक्ष्मी नारायण राजयोग का राशियों पर प्रभाव
सिंह राशि : बुध शुक्र युति और लक्ष्मी नारायण राजयोग जातकों के लिए फलदायी साबित हो सकती है। किस्मत का साथ मिल सकता है। भौतिक सुखों की प्राप्ति हो सकती है। वाहन और प्रापर्टी खरीद सकते हैं। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। परिवार के साथ अच्छा समय व्यतीत करेंगे।कारोबारियों के लिए समय अनुकूल रहेगा।
तुला राशि : लक्ष्मी नारायण राजयोग जातकों के लिए वरदान से कम साबित नहीं हो सकता है। भाग्य का अच्छा साथ मिलेगा। आपकी सभी तरह की इच्छाएं जल्द से जल्द पूरी होंगी।ससुराल पक्ष से भी आपको हर संभव मदद मिलेगी। जीवन में तरक्की होगी। मां लक्ष्मी की कृपा से आपके घर-परिवार में सुख-समृद्धि का माहौल रहेगा। जीवनसाथी के साथ आपके रिश्ते पहले से ज्यादा मधुर होंगे।
कुंभ राशि: लक्ष्मी नारायण राजयोग का बनना जातकों को शुभ साबित हो सकता है ।आय में इजाफा हो सकता है,नए- नए स्त्रोत बन सकते हैं। भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। सोची हुई योजनाएं सफल होंगी। संतान से जुड़ा कोई शुभ समाचार मिल सकता है। नौकरी करने वाले लोगों को कार्यस्थल पर नई जिम्मेदारी मिल सकती है।लेखन, संपादन या ठेकेदारी जैसे कामों से जुड़े हैं, तो धन लाभ होगा। विदेश यात्रा के अवसर भी मिल सकते हैं।
कुंडली में कब बनता है Lakshmi Narayan Rajyog
ज्योतिष शास्त्र में लक्ष्मी नारायण राजयोग का विशेष महत्व माना गया है।इस योग को धन, समृद्धि और सफलता का सूचक माना जाता है। जब किसी भी राशि में बुध और शुक्र ग्रह दोनों एक साथ होते हैं, तो लक्ष्मी नारायण योग का निर्माण होता है।इस योग से लक्ष्मी जी की कृपा बरसती है, वहां धन धान्य की वर्षा होती है। यह योग विशेष रूप से धन और ऐश्वर्य की प्राप्ति कराता है।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)