Shash Gajkesari Malavya Rajyog 2025: ज्योतिष शास्त्र में ग्रह, नक्षत्रों और कुंडली का बड़ा महत्व होता है। हर ग्रह एक निश्चित अवधि के बाद एक राशि से दूसरी में प्रवेश करता है, इसी क्रम में आज 5 मार्च को दैत्यों के गुरू शुक्र के मीन, न्याय और दंड के देवता शनि के कुंभ और चन्द्रमा वृषभ में आने से 3 राजयोग का संयोग बन रहा है।एक साथ 3 राजयोग बनने पर कुछ राशियों की किस्मत चमक सकती है। साथ ही इन राशियों को आकस्मिक धनलाभ के साथ भाग्योदय के योग बन रहे हैं।
ज्योतिष के मुताबिक, वर्तमान में शनि देव अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में स्थित है , जिससे शश राजयोग का निर्माण हुआ है। धन, वैभव, ऐश्वर्य के दाता शुक्र ग्रह अपनी उच्च राशि मीन मेंं विराजमान हैं, जिससे मालव्य राजयोग बन रहा है। आज 5 मार्च को मन के कारक चंद्रमा वृषभ राशि में गोचर करेंगे, जहां पहले से ही देवगुरु बृहस्पति विराजमान है, ऐसे में वृषभ राशि में गुरु चंद्रमा की युति से शक्तिशाली गजकेसरी राजयोग का निर्माण होगा।

3 राजयोग और राशियों पर प्रभाव
वृषभ राशि: मालव्य, गजकेसरी और शश राजयोग का बनना जातकों के लिए शुभ हो सकता है।शनि का आर्शीवाद मिलेगा। करियर और कारोबार में तरक्की मिल सकती है। बेरोजगार को नौकरी के अवसर मिल सकते है। नौकरीपेशा को वेतनवृद्धि के साथ पदोन्नति का तोहफा मिल सकता है। परिवार और दोस्तों का पूरा सहयोग भी मिलेगा।आय के नए नए स्रोत खुलेंगे। वैवाहिक जीवन शानदार रहेगा। अविवाहितों के लिए विवाह का प्रस्ताव आ सकते है।
कुंभ राशि: शश, गजकेसरी और मालव्य राजयोग का बनना जातकों के लिए फलदायी साबित हो सकता है। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी।अटके और रुके काम पूरे होंगे । व्यापार में आ रही रुकावटें दूर होंगी। निवेश से अच्छा खासा धन एकत्रित होगा।आत्मविश्वास बढ़ा हुआ रहेगा। घर या वाहन खरीदने के लिए समय शुभ रहेगा। मानसिक तनाव कम होगा और सेहत में सुधार होगा। व्यक्तित्व में निखार होगा। आकस्मिक धनलाभ होगा। इस समय शादीशुदा लोगों का वैवाहिक जीवन शानदार रहेगा।
मिथुन राशि : 3 राजयोग का बनना जातकों के लिए लकी साबित हो सकता है। भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। लंबे समय से रुके काम पूरे हो सकते हैं। अविवाहितों के लिए शादी के प्रस्ताव आ सकते है।धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। प्रतियोगी परीक्षाओं में भी सफलता मिल सकती है।विदेश यात्रा जाने का मौका मिल सकता है। जो छात्र प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करते हैं, उनके लिए सफलता का योग बन रहा है। रुके धन की प्राप्ति होगी। नए व्यापार की शुरुआत या पुराने व्यापार को विस्तार दे सकते हैं।कोर्ट के मामलों में राहत मिल सकती हैं।
शश, मालव्य और गजकेसरी राजयोग का प्रभाव
- शश राजयोग को पंचमहापुरुष योगों में से एक माना जाता है। जब शनि लग्न भाव से या चंद्र भाव से केंद्र भाव पर हो यानि शनि देव यदि किसी कुंडली में लग्न अथाव चंद्रमा से 1, 4, 7 या 10वें स्थान में तुला, मकर या कुंभ राशि में विराजमान हो तो ऐसी कुंडली में शश योग का निर्माण होता है। जिन जातकों की कुंडली में यह राजयोग होता है उसकी धन और शौहरत में वृद्धि होती है।व्यक्ति राजाओं जैसी जिंदगी जीता है।
- मालव्य राजयोग शुक्र से संबंधित है, जिस भी जातक की कुंडली में शुक्र लग्न से अथवा चन्द्रमा से केन्द्र के घरों में स्थित है अर्थात शुक्र यदि कुंडली में लग्न अथवा चन्द्रमा से 1, 4, 7 अथवा 10वें घर में वृष, तुला अथवा मीन राशि में स्थित है तो कुंडली में मालव्य राजयोग बनता है।
- गजकेसरी राजयोग: गजकेसरी योग मतलब हाथी के ऊपर सवार सिंह। इस योग में चंद्रमा की युति गुरु, बुध और शुक्र के साथ होती है। अगर चंद्रमा ,गुरु, बुध और शुक्र में से किसी एक से भी केंद्र में हो तो गजकेसरी योग का निर्माण जातक की कुंडली में होता है । अगर किसी जातक की कुंडली के लग्न,चौथे और दसवें भाव में गुरु-चंद्र साथ हो तो इस योग का निर्माण होता है। यदि चंद्र या गुरु में से कोई भी एक दूसरे के साथ उच्च राशि में हो तो भी गजकेसरी योग बनता है।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)