शुक्र अस्त से बदलेगा मिथुन सहित इन 4 राशियों का भाग्य, बरसेगी माँ लक्ष्मी की कृपा, पैसों से भर जाएगी तिजोरी

28 अप्रैल को शुक्र मेष राशि में अस्त होंगे। इसका नकारात्मक और सकारात्मक प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। आइए जानें किन-किन राशियों को लाभ होगा?

Manisha Kumari Pandey
Updated on -
shukra asta 2024

Shukra Asta 2024: ग्रहों का मनुष्य के जीवन में विशेष महत्व होता है। वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जीवन में होने वाले शुभ और अशुभ घटनाओं के लिए ग्रहों को जिम्मेदार होते हैं। नौ ग्रहों में से एक शुक्र हैं। शुक्र को मां लक्ष्मी का कारक माना जाता है। दैत्यों के गुरु शुक्र भोग-विलास, ऐश्वर्या, धन, दौलत, कला, प्रतिभा, सौंदर्य, कामवासना, रोमांस इत्यादि के कारक हैं। वृषभ और तुला राशि के स्वामी शुक्र 28 अप्रैल मेष राशि में अस्त होने वाले हैं। इसका नकारात्मक और सकारात्मक प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। लेकिन कुछ ऐसी राशियाँ हैं, जिनके लिए शुक्र का अस्त जीवन में कई पॉजिटिव बदलाव लाएगा। आइए जानें ये लकी राशियाँ कौन-कौन सी हैं-

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा बरसने वाली। जातकों को भाग्य का साथ मिलेगा। मान-सम्मान में वृद्धि होगी। यात्रा के योग बन रहे हैं। कारोबार में लाभ होगा।

कन्या राशि

कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र का अस्त शुभ रहेगा। भौतिक सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी। करियर और कारोबार में लाभ होगा। कोई भी नया कार्य या नया व्यापार शुरू करने के लिए यह समय शुभ है।

मेष राशि

मेष राशि के जातकों को शुक्र अस्त से भाग्योदय होगा। नौकरी के नए अवसर मिलेंगे। जीवन में उत्साह आएगा। कार्य क्षेत्र में आपकी प्रशंसा होगी, प्रमोशन मिल सकता है। आर्थिक पक्ष मजबूत रहेगा। कारोबार में लाभ होगा।

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों पर शुक्र मेहरबान होंगे। जातकों को भाग का पूरा साथ मिलेगा। मनोकामनाओं की पूर्ति होगी। करियर और कारोबार से जुड़ी कोई अच्छी खबर मिलेगी।

(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी साझा करना है, जो पंचांग, ग्रंथों, मान्यताओं और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। MP Breaking News इन बातों के सत्यता और सटीकता की पुष्टि नहीं करता।)


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News