भाद्रपद मास शुरू, करें इन देवी-देवताओं की पूजा, पूरी होगी मनोकामना, भूलकर भी न करें ये गलती

सावन माह से अंत के साथ भाद्रपद की शुरुआत हो चुकी है। इस महीने कुछ नियमों का पालन जरूरी होता है। आइए जानें इस दौरान क्या करें क्या नहीं?

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Bhadrapada Month 2024: 20 अगस्त से हिन्दू कैलेंडर के 6ठें महीने भाद्रपद मास का आरंभ हो चुका है। हिन्दू धर्म में इसका विशेष महत्व होता है। इस दौरान कई जन्माष्टमी, राधा अष्टमी, हरतालिका तीज समेत कई महत्वपूर्ण त्योहार और व्रत पड़ रहा। भाद्रपद मास के दौरान कुछ नियमों का विशेष पालन करना होता है। साथ ही कुछ देवी-देवताओं की पूजा करना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

इन देवी-देवताओं की पूजा करें

  • भगवान गणेश– भादो के महीने में गणपती बप्पा की पूजा करना अत्यंत की शुभ माना जाता है। ऐसा करने कष्टों से मुक्ति मिलती है।
  • श्री कृष्ण– भाद्रपद मास में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा जरूर करनी चाहिए। जन्माष्टमी के दिन व्रत रखना और लड्डू गोपाल की पूजा करना लाभदायी होता है।
  • राधा रानी– इस महीने राधाष्टमी भी मनाई जाती है। इस दिन राधा जी और श्रीकृष्ण की एक साथ पूजा करें। ऐसा करने से मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।
  • हनुमान जी- भाद्रपद में बुढ़वा मंगल पड़ता है। इस दिन बजरंगबली की पूजा करने से भय और कष्टों से मुक्ति मिलती है। हनुमान चालीसा का पाठ भी करें।
  • भगवान विश्वकर्मा– इस महीने विश्वकर्मा जयंती भी मनाई जाएगी। इस दिन भगवान विश्वकर्मा की पूजा करने से भौतिक सुख-सुविधाओं की प्राप्ति होती है।
  • शिव और पार्वती– भादो माह में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा जरूर करें। ऐसा करने से वैवाहिक जीवन सुखमय रहता है।
  • भगवान विष्णु– भाद्रपद मास चतुर्मास का दूसरा महीना है। इस दौरान श्रीहरि की पूजा-अर्चना जरूर करें। ऐसा करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
  • सूर्यदेव– भाद्रपद मास के दौरान रोजाना सुबह सूर्य की पूजा करें और अर्घ्य दें। ऐसा करने से जीवन में सफलता के योग बनते हैं।

इन नियमों का करें पालन 

  • भाद्रपद मास में लहसुन, प्याज, मांस, मदिरा इत्यादि तामसिक चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • इस दौरान गुड़, दही या इनसे बनी चीजों को नहीं खाना चाहिए।
  • रविवार के दिन बाल न कटवाएं। इस दिन नमक का सेवन भी उचित नहीं माना जाता।
  • किसी अन्य व्यक्ति द्वारा दिए गए चावल और नारियल तेल का उपयोग करना अशुभ माना जाता है।
  • भाद्रपद मास में गाय के दूध का सेवन उचित माना जाता है।
  • इस दौरान दान-दक्षिणा का खास महत्व होता है।

 (Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी साझा करना है, जो पंचांग, ग्रंथों, मान्यताओं और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। MP Breaking News इन बातों के सत्यता और सटीकता की पुष्टि नहीं करता।)


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Manisha Kumari Pandey

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