Diwali 2023 : दिवाली का त्यौहार बेहद करीब है। हर साल कार्तिक मास की अमावस्या के दिन दिवाली मनाई जाती है। इस साल 12 नवंबर के दिन दीपावली मनाई जाने वाली है। हिंदू धर्म में दिवाली का त्यौहार सबसे महत्वपूर्ण और बड़ा माना जाता है। इस बार दिवाली पर आयुष्मान और सौभाग्य नाम के दो शुभ योग बन रहे हैं। इसके साथ स्वाति और विशाखा नक्षत्र भी है। अभी से ही लोगों ने इस त्यौहार को लेकर तैयारियां करना शुरू कर दी है। दिवाली के 5 दिनों तक देशभर में सभी घरों में जगमगाती लइटिंग्स और दीये जले हुए देखने को मिलते हैं।
आप भी अपने घरों में दीये प्रज्वलित करते हैं तो आज हम आपको ज्योतिषों द्वारा बताए गए कुछ नियम बताने जा रहे हैं जिसका अगर पालन किया जाए तो मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है। इतना ही नहीं दीये को सही जगह पर और सही समय पर प्रज्वलित किया जाए तो ये और ज्यादा लाभ पहुंचाता है। चलिए जानते हैं दिवाली के दिन किस समय दीये जलाना चाहिए।
जैसा कि आप सभी जानते हैं दिवाली के दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। साथ ही कुबेर देव की भी पूजा इस दिन खास मानी जाती है। सभी लोग धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा कर उन्हें प्रसन्न करते हैं ताकि आने वाले साल में आर्थिक स्थिति से जुड़ी समस्याओं का सामना ना करना पड़े।
खास बात ये है की इस दिन कुछ उपाय भी किये जाते हैं जो बहुत सिद्ध होते हैं। उन उपायों को कर के जीवन की तमाम समस्याओं को खत्म किया जा सकता है। वहीं दीपक से जुड़े कुछ नियमों को अपना कर जीवन को सफल बनाने के साथ ही जीवन को खुशहाल बनाया जा सकता है।
इस समय लगाना चाहिए दीपक
इस साल दिवाली का शुभ मुहूर्त शाम 06 बजकर 36 मिनट पर शुरू होगा। वहीं कार्तिक माह की अमावस्या तिथि शाम 05 बजकर 04 मिनट पर प्रारंभ हो रही है। ऐसे में इस समय दीपक जलाना बेहद शुभ माना जा रहा है। दीपक ऐसा जलाना चाहिए जो पूरी रात जले। खास कर मां लक्ष्मी के पास लगाया हुआ दीपक रात भर जलना शुभ माना जाता है।
ऐसा करने से घर में लक्ष्मी का आगमन होता है और मां लक्ष्मी का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। इस वजह से धन, यश, वैभव, कीर्ति, आरोग्य की प्राप्ति होती है। कहा जाता है कि दिवाली एक दिन माता लक्ष्मी पूरी रात पृथ्वी पर घूमती हैं। वह बहुत ही चंचल होती है। इसलिए दीपक रात भर दीपक जलाकर रखना चाहिए।
डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।