भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। नवरात्रि शुरू हो चुकी है और कुछ दिनों में हवन का दिन आने वाले है। कुछ लोग अष्टमी को हवन करते हैं। वहीं कुछ लोग नवमी को हवन (Navratri Hawan) विधि करना शुभ समझते हैं। हवन के बिना नवरात्रि अधूरी मानी जाती है। आप चाहे तो पुजारी और पंडितों के द्वारा हवन करवा सकते हैं, लेकिन यदि आप घर पर हवन कर रहे हैं तो इस दौरान कुछ बातों का ख्याल रखना बहुत जरूरी होता है।
ना करें ये गलतियाँ
- नवरात्रि पर हवन करते समय दिशा का खास ख्याल चाहिए। गलत दिशा में हवन करने से बुरे परिणाम मिल सकते हैं। घर के अग्नि कोण यानि दक्षिण-पूर्व के कोने में हवन करना शुभ माना जाता है। हवन करने वाले व्यक्ति को हमेशा दक्षिण-पूर्व की तरफ मुंह करके बैठना चाहिए।
- हवन के दौरान साफ-सफाई का खास ख्याल रखना जरूरी होता।
- हवन के दौरान मुहूर्त का भी ख्याल जरूर रखें। नवमी के दिन हवन का शुभ मुहूर्त 4 अक्टूबर सुबह 6:21 बजे से शुरू होकर दोपहर 2:20 बजे तक रहेगा।
- हवन करने से पहले कुछ भी नमक वाली चीजें खाने की गलती ना करें।
- मंत्रों का जाप सही से करें।
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हवन की पूजा समाग्री
- लाल रंग का कपड़ा
- हवन कुंड
- 1 गोला सूखा नारियल
- कलावा
- सुखी आम की लकड़ी
- बेल, नीम, पीपल का तना और छाल
- गूलर की छाल
- मुलैठी की जड़
- अश्वगंधा
- ब्राह्मी
- आम के पत्ते
- काला तिल
- चावल
- कपूर
- गाय की घी
- लौंग
- लोभन
- इलायची
- गुग्गल
- जौ और शक्कर
हवन विधि
हवन करने से पहले माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा करें। पूजा के स्थान पर हवन कुंड रखें। सभी हवन की समाग्री को एकसाथ मिलाकर एक बर्तन में रख लें। पीतल का बर्तन बहुर शुभ माना जाता है। अब सुखी लकड़ियों को हवन कुंड में रखकर उसे कर्पूर की मदद से जलाएं। अपने सिर पर रुमाल या घूँघट रखना ना भूले। मंत्रों का उच्चारण करते हुए आहुति दें।
Disclaimer: इस खबर का उद्देश्य केवल शिक्षित करना है। एमपी ब्रेकिंग न्यूज इन बातों का दावा नहीं करता। कृपया विशेषज्ञों की सलाह जरूर लें।