Vastu Tips: हिंदू धर्म में वास्तु शास्त्र का विशेष महत्व है। घर के निर्माण से लेकर घर में किस वस्तु को किस दिशा में रखना चाहिए, तक का वर्णन विस्तार से वास्तु शास्त्र में किया गया है। अगर हम हमारी जिंदगी में वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करते हैं, तो जीवन में आने वाली तमाम परेशानियां दूर हो जाती है और दोषों से मुक्ति मिलती है।
वास्तु शास्त्र में ऐसा माना गया है कि घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव परिवार में सुख-शांति और प्रेम को बढ़ाता है। जब घर में वास्तु दोष होते हैं तो घर में रह रहे लोगों के बीच में तनाव का माहौल रहता है, लड़ाई-झगड़े होते रहते हैं, कोई भी एक दूसरे का मान-सम्मान नहीं करता है। ऐसे में वास्तु शास्त्र के बताए गए कुछ उपाय को अपनाना जरूरी होता है।
इस आकार की पेंटिंग नहीं लगानी चाहिए
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में त्रिकोण आकार की कोई भी वस्तु या फिर पेंटिंग रखना बहुत अशुभ माना जाता है। इसे घर में रखने से न केवल वास्तु दोष उत्पन्न होता है, बल्कि घर में नकारात्मक उर्जा भी फैल जातीहै।
इस दिशा में रखें गौतम बुद्ध की मूर्ति
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के ईशान कोण में गौतम बुद्ध की मूर्ति या फिर चित्र रखना अत्यंत शुभ माना जाता है। यह दिशा ज्ञान, बुद्धिमानी और शांति का प्रतीक होती है और गौतम बुद्ध की मूर्ति या चित्र यहां रखने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है।
दक्षिण-पश्चिम कमरे में न करें लाल रंग
वास्तु शास्त्र के अनुसार दक्षिण-पश्चिम दिशा वाले कमरे में लाल रंग का उपयोग करना नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। लाल रंग को तेज रंग माना जाता है, जो इस दिशा के लिए शुभ नहीं है, यह घर में तनाव और विवाद उत्पन्न कर सकता है। लाल रंग की बजाय आप हल्का पीला, बेज या हल्का ब्राउन रंग करवा सकते हैं।
सोमवार को लगाएं खीर का भोग
हर सोमवार को चावल की खीर का भोग लगाना शुभ माना जाता है, भोग लगाने के बाद प्रसाद के रूप में घर के सभी सदस्यों को खीर वितरित करें। यह न केवल परिवार के बीच प्रेम को बढ़ावा देता है, बल्कि घर में खुशहाली और समृद्धि भी लाता है। खीर का भोग देवी-देवताओं के प्रति आभार और श्रद्धा का प्रतीक होता है।
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।