Gita Updesh: क्या आप भी हमेशा रहते हैं परेशान, अपनाएं श्रीमद भगवद गीता में बताए गए ये उपदेश

श्रीमद भगवद गीता भगवान श्रीकृष्ण और अर्जुन के बीच हुई संवाद का वर्णन है। इसे पढ़ने से मनुष्यों को सारे सवालों के जवाब मिल जाते हैं।

Gita Updesh : श्रीमद भगवद गीता भारतीय धर्मशास्त्र के प्रमुख ग्रंथों में से एक है। यह भगवान श्रीकृष्ण और अर्जुन के बीच हुई संवाद का वर्णन है। महाभारत युद्ध शुरू होने से पहले भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को जीवन के उद्देश्य, कर्म, भक्ति और ज्ञान के विषय में उपदेश दिया था। जिसमें जीवन का सार है। इसे पढ़ने से मनुष्यों को सारे सवालों के जवाब मिल जाते हैं। तो चलिए आज हम आपको इसमें अर्जुन द्वारा पूछे गए एक सवाल का जिक्र बताते हैं। जिसका जवाब आपके मन की दुविधा को खत्म कर देगा।

Gita Updesh: क्या आप भी हमेशा रहते हैं परेशान, अपनाएं श्रीमद भगवद गीता में बताए गए ये उपदेश

अर्जुन ने पूछा था ये सवाल

दरअसल, हम में से सभी लोगों के मन में अक्सर यह सवाल आता है कि जो लोग अच्छे काम करते हैं, धर्म की राह पर चलते हैं, उन्हें अक्सर जीवन में परेशानी उठानी पड़ती है। हर कदम पर परीक्षा देना पड़ता है, लेकिन जो धर्म की राह पर चलते हैं। वह खुश रहते हैं, जिसका जवाब श्री कृष्ण ने अर्जुन को दिया था, क्योंकि अर्जुन ने भी यही सवाल भगवान से पूछा था।

श्री कृष्ण ने दिया ये जवाब

इस सवाल पर श्री कृष्ण ने मुस्कुराते हुए यह जवाब दिया था कि मनुष्य जैसा सोचता है, वैसा कुछ होता नहीं कई बार वह अज्ञानता के कारण उनके जीवन में घटित चीजों की सच्चाई को नहीं समझा पाता। जिस कारण उन्हें ऐसा लगता है कि उनका अच्छा होना उनके लिए बुरा है, लेकिन ऐसा नहीं है। दरअसल, हर प्राणी को उसके कर्म के हिसाब से फल मिलता है। प्रकृति सभी को अपनी राह चुनने का मौका देती है और यह मनुष्य पर निर्भर करता है कि वह किस रास्ते को चुनता है। बता दें कि जिनके द्वारा अच्छे कर्म किए जाते हैं, भगवान उसका फल जरूर देते हैं। वह हमें कब और किस रूप में देते यह मनुष्य को समझ में नहीं आता, लेकिन उन पर भगवान की हमेशा कृपा बनी रहती है।

अपनाएं गीता के ये उपदेश

  • यदि आप भी हमेशा परेशान रहते हैं, तब भी आप अच्छे कर्म करते जाइए बिना फल की चिंता किए। क्योंकि जीवन में कभी-ना-कभी इसका परिणाम जरूर मिलेगा।
  • अगर आप सच्चाई की राह में चलते हैं और किसी कारण बस आपको झूठ बोलना पड़े, तो एक बार यह जरूर सोच लें कि इस झूठ का परिणाम क्या होगा। अगर यह किसी की जिंदगी बचा सकता है, तो एक झूठ बोल देना चाहिए। इसे भगवान का इशारा समझना चाहिए।
  • यदि आपके जीवन में कष्ट भरा है और हमेशा ही आपको अपमानित होना पड़ता है, तो इसे सकारात्मक तौर पर लें। हो सकता है आगे चलकर आपको इसका अच्छा परिणाम मिले। इसलिए कभी भी अपने धर्म वाले रास्ते को छोड़कर धर्म वाले रास्ते पर ना जाएं।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)


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Sanjucta Pandit

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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है। पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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