भारत के इन 4 मंदिरों में मिलता है अनोखा प्रसाद, कहीं चाऊमीन तो कहीं डोसा…

भावना चौबे
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Religious places: हिंदू धर्म में मंदिरों का विशेष महत्व है। भारत में करोड़ों देवी – देवताओं के मंदिर मौजूद है और हर मंदिर का अपना अलग महत्व है, न सिर्फ मंदिर बल्कि मंदिर में चढ़ाए जाने वाले भोग का भी विशेष महत्व है और इसे लेकर भी कई मान्यताएं सनातन धर्म में मौजूद है। वैसे तो मंदिरों में मुख्य रूप से भगवान को हलवा – पूरी, खीर – मिठाई, नारियल फल या बताशा- मिश्री का ही भोग लगाया जाता है। लेकिन भारत में ऐसे भी कई मंदिर है जहां भगवान को अनोखे प्रसाद का भोग लगाया जाता है और भक्तजनों में भी अनोखा प्रसाद बांटा जाता है, तो चलिए जानते हैं वह कौन से मंदिर है, जिनमें अनोखा प्रसाद दिया जाता है।

भारत के 4 मंदिर जहां मिलता है, अनोखा प्रसाद

बाल केशव मंदिर, उज्जैन

बाबा महाकाल की नगरी कहे जाने वाले उज्जैन शहर की शिप्रा नदी के किनारे पर स्थित बाल केशव मंदिर में भक्तजनों द्वारा बाल केशव को प्रसाद के रूप में शराब चढ़ाई जाती है, फिर यही शराब भक्तों को प्रसाद के रूप में बांटी भी की जाती है।

अजगर कोविल, मदूरैया

अजगर कोविल मदुरैया से 21 किलोमीटर दूर स्थित अलागर मंदिर में भक्तों को प्रसाद के रूप में डोसा बांटा जाता है। यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। इस मंदिर में अनाज चढ़ाने की परंपरा है, भक्तों द्वारा चढ़ाए गए अनाजों से ताजा कुरकुरा डोसा बनाया जाता है और भक्तों में प्रसाद के रूप में बांटा जाता है।

काली माता मंदिर, कोलकाता

कोलकाता के टांगरा क्षेत्र में स्थित काली माता मंदिर में भक्तों को प्रसाद के रूप में चाइनीस नूडल्स, चावल और सब्जियां दी जाती है। दरअसल, यह मंदिर जिस क्षेत्र में स्थित है वहां चाइनीस लोग ज्यादा रहते हैं। इसलिए यहां उनकी पसंद का विशेष प्रसाद बांटा जाता है।

धनदयुथपानी स्वामी मंदिर, पलानी

पलानी पहाड़ियों में स्थित भगवान मुरूगन के मंदिर में भक्त जनों को प्रसाद के रूप में पंचामृत बांटा जाता है। दरअसल, इस मंदिर में भक्तों द्वारा पांच फल, मिश्री से बनी मिठाई आदि का भोग लगाया जाता है, जिससे बाद में पंचामृत बनाकर तैयार किया जाता है और भक्तों में बांटा जाता है।


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भावना चौबे

भावना चौबे

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