Karva Chauth 2023 : कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन हर साल करवा चौथ का त्यौहार मनाया जाता है। हिंदू धर्म में करवा चौथ का काफी ज्यादा महत्व माना गया है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं और 16 श्रृंगार करती है। यह त्यौहार सुहागन महिलाओं के लिए सबसे ज्यादा खास माना जाता है। हालांकि अविवाहित युवतियां भी इस व्रत को रखती हैं। व्रत सूर्योदय से सूर्यास्त तक निर्जला रखा जाता हैं।
कहा जाता है कि अविवाहित युवतियां अगर इस व्रत को रखती है तो उन्हें जल्द मनचाहे वर की प्राप्ति होती है और शादी भी शीघ्र होती है। इस वजह से ये व्रत सनातन धर्म की हर महिला और युवती द्वारा रखा जाता है। सनातन धर्म में इस व्रत का काफी ज्यादा महत्व माना गया है। इससे पति और पत्नी के बीच प्रेम बढ़ता है। यह पति-पत्नी के बीच प्रेम और समर्थन की अद्वितीयता को प्रकट करता है।
इस दिन सभी महिलाऐं एक साथ मिलकर व्रत की कथा सुनती हैं। इसके लिए वह पूरी तरह से 16 श्रृंगार कर के सज संवारती हैं। वहीं मेहंदी भी लगवाती है। मेहंदी इस व्रत का सबसे खास और प्रमुख अंग माना जाता है। व्रत के एक दिन पहले ही महिलाओं द्वारा अपने हाथ और पैरों में मेहंदी लगवा ली जाती है।
लेकिन बहुत कम महिलाओं और लड़कियों को यह पता होता है कि मेहंदी लगवाते समय उन्हें किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और किन बातों का नहीं। अगर आप भी करवा चौथ का व्रत करती हैं और इसके लिए मेहंदी लगवाती है तो कुछ बातों का ध्यान रखना आपके लिए बेहद जरुरी हैं। क्योंकि उससे अक्षय फल की प्राप्ति होती है। अगर जरा सी भी गलती कर ली जाए तो वह जीवन भर के दुःख का कारण बनती है। तो चलिए जानते हैं किन बातों का ध्यान रखना होता है जरुरी –
कब है Karva Chauth ?
इस साल करवा चौथ का व्रत 1 नवंबर को मनाया जाएगा। हालांकि कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 31 अक्टूबर से शुरू हो जाएगी जो 1 नवंबर की रात 9 बजकर 19 मिनट पर खत्म होगी। वहीं करवा चौथ की पूजा करने का समय शाम 5 बजकर 44 मिनट से शाम 7 बजकर 2 मिनट तक रहेगा।
मेहंदी लगवाते समय इन बातों का रखें ध्यान
सही स्थान चुन कर बैठे
वास्तु शास्त्र में मेहंदी लगवाते समय सही स्थान पर बैठने के बारे में वर्णन किया गया है। कहा गया है कि व्रत के लिए मेहंदी लगवाते समय इसका विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। हमेशा साफ और रौशनी वाले स्थान पर बैठ कर ही मेहंदी लगाना चाहिए। कभी भी अंधेरे वाली जगह और गंदी जगह पर नहीं बैठना चाहिए इससे जीवन में समस्या उत्पन्न होने लग जाती है।
सही दिशा चुने
करवा चौथ के लिए मेहंदी लगवाते समय आप हमेशा पूर्व दिशा की ओर अपना मुख रखें। ऐसा करने से सकारात्मकता का संचार होगा और आपके जीवन में खुशियों का आगमन होगा। गलत दिशा में बैठने से जीवन में परेशानियां उत्पन्न होने लगती है। इसलिए कहा जाता है कि मेहंदी लगाते समय व्रती यानी सुहागिन महिला का मुख दक्षिण दिशा की ओर नहीं होना चाहिए।
रंग का रखें विशेष ध्यान
ज्योतिष शास्त्र में विवाहित महिलाओं को हरे रंग पहनने की सलाह देते हैं। यह रंग खुशहाली और प्राकृतिक का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में मेहंदी लगाते समय हरा रंग पहनने से जीवन खुशहाल बनता है। साथ ही पूरा दिन एनर्जेटिक रहता है।
डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।