Vinayak Chaturthi 2024: हर महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी मनाई जाती है जो भगवान गणेश को समर्पित है। इस पावन दिन भक्तगण भगवान गणेश की भक्तिभाव से पूजा करते हैं और अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए व्रत रखते हैं। चतुर्थी व्रत का पालन करने से व्यक्ति को धन लाभ, सुख-समृद्धि और कर्ज मुक्ति का वरदान प्राप्त होता है। इस शुभ अवसर पर भक्त गणेश जी के मंत्रों का जाप करते हैं और उनकी आरती करते हैं। विनायक चतुर्थी का शुभ मुहूर्त और योग जानने के लिए ज्योतिषियों का मार्गदर्शन लेना चाहिए।
सावन विनायक चतुर्थी मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, इस साल सावन महीने की चतुर्थी तिथि 07 अगस्त की देर रात 10 बजकर 05 मिनट से शुरू होकर 09 अगस्त की मध्यरात्रि 12 बजकर 36 मिनट पर समाप्त होगी। चंद्रास्त का समय 08 अगस्त की रात 09 बजकर 27 मिनट पर है। अतः भक्त गण 08 अगस्त को विनायक चतुर्थी का व्रत रखकर भगवान गणेश की पूजा कर सकते हैं। इस दिन गणपति बप्पा की आराधना करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
विनायक चतुर्थी का महत्त्व
विनायक चतुर्थी का व्रत और भगवान गणेश की पूजा हमारे जीवन में अत्यंत महत्वपूर्ण है। गणपति बप्पा को विघ्नहर्ता कहा जाता है। उनकी उपासना करने से जीवन में आने वाले सभी प्रकार के संकट और बाधाएं दूर होती हैं। गणेश जी की कृपा से कार्य सिद्ध होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। मान्यता है कि विनायक चतुर्थी का व्रत रखने से व्यक्ति को बुद्धि, विवेक और ज्ञान की प्राप्ति होती है।
विनायक चतुर्थी पर दुर्लभ संयोग
सावन महीने की चतुर्थी तिथि पर इस बार कई दुर्लभ योगों का संयोग बन रहा है। इस दिन दोपहर 12 बजकर 39 मिनट तक शिव योग का प्रभाव रहेगा। इसके बाद सिद्ध योग का शुभ संयोग बनेगा। साथ ही, विनायक चतुर्थी पर रवि योग भी बन रहा है जो देर रात 11 बजकर 34 मिनट तक रहेगा। इन सबके साथ ही, भद्रावास का दुर्लभ संयोग भी इस दिन देखा जा रहा है। इन सभी योगों का एक साथ होना एक अद्भुत संयोग है जो इस विनायक चतुर्थी को और अधिक खास बना रहा है।
(Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।) ।