जानें क्यों मनाया जाता है Dhanteras, ये है मान्यता और खरीदारी का शुभ मुहूर्त

Dhanteras

धर्म, डेस्क रिपोर्ट। आज से दिवाली की शुरुआत हो चुकी है। हिन्दू धर्म में धनतेरस (Dhanteras) का खास महत्व होता है। इस दिन बाजारों में रौनक बढ़ जाती है। धनतेरस से ही लोग दिवाली की तैयारियां शुरू कर देते हैं। धनतेरस का त्यौहार कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी के दिन मनाया जाता है। पहले दिन शनि प्रदोष पर यम दीपदान होगा और दूसरे दिन सर्वार्थ सिद्धि, अमृत सिद्धि योग में भगवान धन्वंतरि की पूजा अर्चना की जाएगी।

कहा जा रहा है कि इस बार धनतेरस का महामुहूर्त तीन गुना लाभकारी है। इतना ही नहीं आज के दिन झाड़ू से लेकर सोने-चांदी तक कर चीज खरीदना काफी शुभ माना जाता है। इस बार शुभ संयोग बनने की वजह से ये खरीदारी और भी ज्यादा फलदाई होने वाली है। आज हम आपको बताने जा रहे है कि धनतेरस क्यों मनाया जाता है। इसके पीछे की मान्यता क्या है। तो चलिए जानते हैं –


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Ayushi Jain

मुझे यह कहने की ज़रूरत नहीं है कि अपने आसपास की चीज़ों, घटनाओं और लोगों के बारे में ताज़ा जानकारी रखना मनुष्य का सहज स्वभाव है। उसमें जिज्ञासा का भाव बहुत प्रबल होता है। यही जिज्ञासा समाचार और व्यापक अर्थ में पत्रकारिता का मूल तत्त्व है। मुझे गर्व है मैं एक पत्रकार हूं। मैं पत्रकारिता में 4 वर्षों से सक्रिय हूं। मुझे डिजिटल मीडिया से लेकर प्रिंट मीडिया तक का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कंटेंट राइटिंग, कंटेंट क्यूरेशन, और कॉपी टाइपिंग में कुशल हूं। मैं वास्तविक समय की खबरों को कवर करने और उन्हें प्रस्तुत करने में उत्कृष्ट। मैं दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली से संबंधित विभिन्न विषयों पर लिखना जानती हूं। मैने माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी से बीएससी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में ग्रेजुएशन किया है। वहीं पोस्ट ग्रेजुएशन एमए विज्ञापन और जनसंपर्क में किया है।