Lunar Eclipse: 5 मई को लगेगा चंद्र ग्रहण, 130 साल बाद बन रहा है दुर्लभ संयोग, इन 3 राशियों की चमकेगी किस्मत

Manisha Kumari Pandey
Published on -

Lunar Eclipse: साल 2023 का पहला चंद्र ग्रहण कुछ दिनों में लगने जा रहा है। हिन्दू धर्म में चंद्र ग्रहण का बेहद खास महत्व होता है। 5 मई को रात 8:45 बजे ग्रहण लगेगा, जिसका समापन सुबह 1 बजकर 2 मिनट में होगा। हालांकि इसे भारत में नहीं देखा जासकता, इसलिए सूतककाल भी मान्य नहीं होगा। वैशाख पूर्णिमा पर लगने वाला यह चंद्र ग्रहण उपछाया चंद्र ग्रहण होगा, जो पृथ्वी के बाहरी भाग पर पड़ता है।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस साल का पहला चंद्र ग्रहण बेहद ही विशेष होगा। करीब 130 साल बाद बुद्ध पूर्णिम के दिन Chandra Grahan का संयोग बन रहा है। इस दुर्लभ संयोग के कारण कुछ राशियों को बेहद लाभ होगा। उनके जीवन में सफलता के द्वार खुलेंगे। नौकरी और करियर के क्षेत्र में नए अवसर मिलेंगे। धनलाभ के योग भी बन रहे हैं।

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए बुद्ध पूर्णिमा पर लगने वाला चंद्र ग्रहण बेहद ही शुभफलदायी होगा। कॉम्पीटेटिव परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को अच्छी खबर मिल सकती है। लंबे समय से अटके कोर्ट-कचहरी के कार्य पूरे होंगे। प्रोमोशन के योग बन रहे हैं। कड़ी मेहनत रंग लाएगी। धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। धनलाभ हो सकता है। अपनी वाणी में मधुरता बनाए रखें।

मकर राशि

मकर राशि वाले लोगों के लिए चंद्र ग्रहण खास होगा। करियर और कार्यक्षेत्र में तरक्की के नए अवसर मिलेंगे। कारोबार में लाभ होगा। धन और संपत्ति में वृद्धि हो सकती है। नौकरीपेक्षा लोगों को प्रोमोशन मिल सकता है। समाज में मान-सम्मान बढ़ सकता है।

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों के लिए साल प पहला चंद्र ग्रहण अच्छे दिन की सौगात लेकर आएगा। नौकरीपेशा लोगों का प्रोमोशन को सकता है। नौकरी के नए अवसर भी मिल सकरे हैं। नया कारोबार शुरू करने की योजना बन सकती है। विदेश यात्रा के योग बन रहे हैं। बिजनेस में लाभ होगा। आय में वृद्धि होगी।

(Disclaimer: इस लेख का उद्देश्य केवल जानकारी साझा करना है। MP Breaking News इन बातों की पुष्टि नहीं करता।)


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News