भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। कलश स्थापना के साथ नवरात्रि (Navratri) शुरू हो चुकी है। नवरात्रि के 9 दिन लोग भक्ति और श्रद्धा भाव से मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा अर्चना करते हैं। कन्या पूजन के बिना नवरात्रि अधूरी मानी जाती। नवमी के दिन भक्तगण कन्या पूजन करते हैं। इस दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता हैं। कन्या पूजन करते समय कुछ बातों का ख्याल रखना बहुत जरूरी होता है। आइए जानें कन्या पूजन करते समय कन्याओं की संख्या का खास ख्याल रखना चाहिए।
कन्याओं की संख्या का रखें ध्यान
मान्यताओं के अनुसार कन्या पूजन के दौरान कन्याओं की संख्या 7 से कम नहीं होनी चाहिए। कन्याओं की संख्या 9 होना बहुत शुभ होता है। बटुक को बुलाना भी बहुत शुभ माना जाता है। शास्त्रों में बटुक को भैरव का अवतार माना गया है।
बैठाते समय ना करें ये गलती
उसके सभी कन्याओं को साफ चादर या साफ कपडे़ पर बैठायें, कन्याओं को फर्श पर बैठाने की गलती आपको भारी पड़ सकता है।
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ऐसे धोएं पाँव
इसके बाद सभी कन्याओं के पाँव जरूर धोएं। सबसे पहले किसी बर्तन में पांव रखकर कन्याओं के पांव धोने के बाद, उनके पाँव को साफ कपड़े से पोंछे।
कलावा, तिलक लगाना और भोग का रखें खास ख्याल
कलावा बांधना बहुत जरूरी माना जाता है। साथ ही माथे पर तिलक लगाते वक्त अक्षत शामिल करना ना भूलें। कन्या पूजन के समय बहुत केवल हलवा, पूरी और चने का भोग लगाते हैं। लेकिन आप इसके साथ खीर, मालपुआ और आलू की सब्जी देना बहुत शुभ होता है।
दक्षिणा देने के दौरान ना करें ये गलती
यदि आप भी कन्या पूजन के बाद कन्याओं को 10 रुपये दक्षिणा देते हैं तो यह काम करना छोड़ दें। क्योंकि ऐसा करना शास्त्रों में अशुभ माना गया है। इसलिए 10 रुपये के बजाय आप 11 रुपये दक्षिणा दें।
Disclaimer: इस खबर का उद्देश्य केवल शिक्षित करना है। एमपी ब्रेकिंग न्यूज इन बातों का दावा नहीं करता। कृपया विशेषज्ञों की सलाह जरूर लें।