धर्म, डेस्क रिपोर्ट। आज तक आप सभी ने भगवान श्री कृष्ण (krishna) के हजारों मंदिर देखे होंगे और उनके दर्शन भी किए होंगे। लेकिन आज जिस मंदिर के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं, ऐसा मंदिर आपने कहीं नहीं देखा होगा ना ही ऐसे मंदिर के बारे में कभी आपने सुना होगा। दरअसल, अभी तक आपने ऐसे कई सारे मंदिर देखें होंगे जहां श्रीकृष्ण, राधा रानी और बलराम के साथ विराजमान है। लेकिन ऐसा मंदिर नहीं देखा होगा जहां श्रीकृष्ण के साथ राधा की नहीं बल्कि मीरा भाई की पूजा अर्चना होती है।
बता दे, श्रीकृष्ण की एक भक्त मीराबाई है। कहा जाता है कि बचपन से ही मीराबाई कृष्ण-भक्ति में रही है। ऐसे में मध्यप्रदेश के उज्जैन में एक ऐसा मंदिर है जहां श्रीकृष्ण के साथ राधा की नहीं बल्कि मीराबाई की पूजा की जाती है। ये बेहद ही अनूठा मंदिर है। यहां भक्त दूर दूर से दर्शन करने के लिए आते हैं। इस मंदिर की मान्यता भी काफी ज्यादा है।
मध्यप्रदेश का एकमात्र अनूठा मंदिर जहां भगवान कृष्ण के साथ विराजित है भक्त मीरा, प्रतिदिन होती है भक्त और भगवान की पूजा, अनूठे मंदिर को देखने देशभर से आते है श्रद्धालु, मंदिर मे धूमधाम से मनाया जाता है हर त्योहार…#Janmashtami #meeramadhav #Janmashtami2022 #KrishnaJanmashtami pic.twitter.com/ducXyBVxt7
— Ravi Sen (@ravisen0734) August 17, 2022
जानकारी के मुताबिक, उज्जैन के इस मंदिर में जन्माष्टमी का त्यौहार काफी धूमधाम से मनाया जाता है। यहां त्यौहार मानाने के लिए राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश के साथ कई बड़ी जगहों से भक्त दर्शन के लिए आते हैं। इस मंदिर को फूलों से सजाया जाता है। साथ ही यहां पर काफी ज्यादा भीड़ भक्तों की जन्माष्टमी पर देखने को मिलती है। सभी भक्त कृष्ण की लीला में मगन रहते हैं।
बता दे, जन्माष्टमी के दिन इस मंदिर में सुबह 7 बजे से ही मंगला दर्शन शुरू हो जाएंगे। उसके बाद दोपहर 12.30 बजे राजभोग होंगे। और फिर रात में 8 बजे आरती-जागरण दर्शन शुरू हो जाएंगे। इस मंदिर के पुजारी ने बताया कि रात 12 बजे से ही यहां त्यौहार शुरू हो जाएगा। रात 12 बजे से ही यहां भक्तों का आना जाना शुरू होने के साथ बधाईयों और भगवान की जन्म आरती और फिर पलना दर्शन का क्रम शुरू हो जाएगा। इतना ही नहीं यहां पर नंद महोत्सव का भी आयोजन बड़े ही धूमधाम से किया जाता है।