Sawan 2023: 4 जुलाई दिन मंगलवार से मंगला गौरी व्रत के साथ श्रावण मास की शुरुआत हो रही है। इस बार सावन का महीना बेहद ही खास होगा। 8 सोमवार व्रत और 4 एकादशी (Sawan Ekadashi Vrat) व्रत रखे जाएंगे। एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होती है। सावन मास की एकादशी और भी विशेष बन जाती है। मान्यताएं हैं कि एकादशी रत रखने से श्री हरि मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। साथ ही कष्ट दूर करते हैं।
13 जुलाई को पहली एकादशी
श्रावण माह का पहला एकादशी व्रत 13 जुलाई को पड़ रहा है, जिसका नाम कामिका एकादशी है। सावन मास के कृष्ण पक्ष तिथि पर पड़ने वाली एकादशी तिथि को कामिका एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस दिन व्रत रखने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। साथ ही जीवन के कष्ट दूर होते हैं।
29 जुलाई को पद्मिनी एकादशी
29 जुलाई को पद्मिनी एकादशी का व्रत रखा जाएगा, यह सावन माह का दूसरा एकादशी व्रत होगा। मान्यताएं हैं कि इस दिन व्रत रखने से वैकुंठ धाम की प्राप्ति होती है।
12 अगस्त को परमा एकादशी व्रत
सावन मास के कृष्ण पक्ष पर पड़ने वाली एकादशी तिथि परमा एकादशी कर नाम से जानी जाती है। यह मलमास की अंतिम एकादशी होगी, जो 12 अगस्त को मनाई जाएगी। इस व्रत को रखने से कई व्रतों के बराबर फल मिलता है। इस दिन सोना, अन्न और विद्या का दान करना बेहद ही शुभ माना जाता है।
सावन मास की अंतिम एकादशी
सावन मास की अंतिम एकादशी तिथि 27 अगस्त को पड़ रही है, जिसका नाम पुत्रदा एकादशी है। इस दिन व्रत रखने से भगवान विष्णु की कृपा बरसती है। साथ ही मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है।
(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल जानकारी साझा करना है। MP Breaking News इन बातों की पुष्टि नहीं करता।)