अगर जीवन में चाहते हैं सुख-समृद्धि, तो अपनाएं प्रेमानंद महाराज जी के 4 उपाय

प्रेमानंद जी महाराज (Premanand Maharaj) की बताए गए ज्ञान और मार्गदर्शन से जीवन में सकारात्मक बदलाव आसानी से लाया जा सकता है. महाराज जी बताते हैं, कि यदि हम कुछ महत्वपूर्ण कार्यों को अपनी दिनचर्या में शामिल करें तो हम मानसिक शांति और ख़ुशहाली पा सकते हैं.

Bhawna Choubey
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प्रेमानंद महाराज जी के ज्ञान और मार्गदर्शन की वजह से कई लोगों का नज़रिया बदल गया है. अपने मन की उलझन सुलझाने के लिए कई लोग महाराज जी के पास आते हैं. सोशल मीडिया पर प्रेमानंद जी महाराज की कई वीडियो वायरल होती है, छोटे बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी प्रेमानंद जी की बातों को सुनना पसंद करते हैं.

प्रेमानंद जी बताते हैं कि हमें इस दुनिया में सकारात्मकता को अपनाना चाहिए, वे हमेशा कहते हैं की हमें अपने अच्छे कर्मों पर ध्यान देना चाहिए, और फल भगवान के हाथों में छोड़ देना चाहिए. कर्मों का फल हर व्यक्ति को अवश्य मिलता है. इसलिए आप अच्छे काम करते रहेंगे और देखेंगे कि धीरे-धीरे आपके साथ सब कुछ अच्छा होता चला जाएगा.

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सकारात्मक सोच से करें दिन की शुरुआत (Premanand Maharaj)

प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं की हमें हमेशा अपने दिन की शुरुआत ख़ुशी, उत्साह और सकारात्मक सोच के साथ करनी चाहिए. अक्सर कई लोग सुबह उठते ही चिढ़ने लगते हैं,  दूसरे लोगों के ऊपर ग़ुस्सा करने लगते हैं, यह सब कुछ ग़लत है. सुबह उठने के बाद अपने मन को शांत रखना चाहिए और सिर्फ़ सकारात्मक बातें ही सोचना चाहिए.

सच्चे और ईमानदार बनें

प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं की हमें हमेशा सच्चे और ईमानदार बनना चाहिए, जब हम सच्चे और ईमानदार होते हैं, तो हमें जीवन में किसी बात की चिंता नहीं रहती है. देखा जाता है कि आजकल लोग बिना वजह ही कई तरह के झूठ आपस में बोलते रहते हैं, प्रेमानंद जी महाराज बताते हैं कि झूठ बोलने से कभी किसी का भला नहीं हुआ है.

ध्यान और साधना को अपनाएं

प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं ध्यान और साधना की मदद से जीवन के बड़े-बड़े संकट दूर हो जाते हैं. इस भागदौड़ भरी ज़िंदगी में छोटे-छोटे बच्चे भी चिंता करने लगे हैं, ध्यान और साधना की मदद से मन को शांत रखा जा सकता है. जब एक व्यक्ति का मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है वह जो चाहे कर सकता है. मानसिक स्वास्थ्य को अच्छा रखने के लिए साधना और ध्यान को अपने जीवन में ज़रूर अपनाएं.

पैसों से ज्यादा जरुरी हैं रिश्ता और परिवार

आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में लोगों के लिए पैसा कमाना इतना ज़्यादा ज़रूरी बन गया है कि लोग अपने रिश्ते और परिवार को दिन पर दिन भूलते जा रहे हैं, प्रेमानंद जी महाराज बताते हैं कि व्यक्ति का असली सुख पैसा नहीं है बल्कि उसका परिवार है. परिवार के लोगों के साथ समय बिताएँ और न सिर्फ़ बड़े बल्कि छोटों का भी सम्मान करें.

 


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Bhawna Choubey

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इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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