Saat Mukhi rudraksha: सनातन धर्म में रुद्राक्ष का विशेष महत्व है। रुद्राक्ष को धारण करना बहुत पवित्र और शुभ माना जाता है। रुद्राक्ष देवों के देव महादेव को अत्यंत प्रिय है। रुद्राक्ष धारण करने से भगवान शंकर की हमेशा कृपा बनी रहती है। एक मुखी रुद्राक्ष से लेकर बहुमुखी रुद्राक्ष कई प्रकार के होते हैं। सभी को धारण करने का अलग-अलग नियम और लाभ है। जब व्यक्ति के जीवन में आर्थिक तंगी होती है तब पांच मुखी रुद्राक्ष धारण करने की सलाह दी जाती है।
आज हम खासतौर पर सात मुखी रुद्राक्ष के बारे में जानेंगे। महा शिव पुराण में सात मुखी रुद्राक्ष के बारे में वर्णन किया गया है। ऐसा माना जाता है कि जिस भी व्यक्ति की कुंडली में शनि की दशा कमजोर होती है उसे सात मुखी रुद्राक्ष को धारण करना चाहिए। ऐसा करने से जल्द ही शनि दोष से मुक्ति मिलती है। इसी के साथ चलिए जानते हैं सात मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से क्या-क्या लाभ होते हैं साथ ही साथ हम जानेंगे की इसके क्या-क्या नियम है, तो चलिए जानते हैं। सात मुखी रुद्राक्ष एक शक्तिशाली रुद्राक्ष है जो कई लाभ प्रदान करता है। इसे धारण करने से व्यापार में उन्नति, शनि ग्रह की कृपा, मानसिक शांति, स्वास्थ्य लाभ और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है।
सात मुखी रुद्राक्ष के क्या क्या लाभ
व्यापार में उन्नति
सात मुखी रुद्राक्ष को धन और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इसे धारण करने से व्यापार में लाभ होता है और नौकरी में तरक्की मिलती है।
शनि ग्रह की कृपा
सात मुखी रुद्राक्ष शनि ग्रह से संबंधित है। इसे धारण करने से शनि ग्रह की शुभ दृष्टि प्राप्त होती है और शनि की साढ़े साती या ढैय्या से मुक्ति मिलती है।
मानसिक शांति
सात मुखी रुद्राक्ष मन को शांति और एकाग्रता प्रदान करता है। इसे धारण करने से तनाव, चिंता और भय दूर होता है।
स्वास्थ्य लाभ
सात मुखी रुद्राक्ष कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। इसे धारण करने से रक्तचाप, मधुमेह और हृदय रोग जैसी बीमारियों से बचाव होता है।
आध्यात्मिक उन्नति
सात मुखी रुद्राक्ष आध्यात्मिक उन्नति में सहायक होता है। इसे धारण करने से मन में भक्ति भाव और सकारात्मक विचारों का विकास होता है।
सात मुखी रुद्राक्ष धारण करने के क्या नियम है
1. सात मुखी रुद्राक्ष को सोमवार, बुधवार, गुरुवार या शुक्रवार को धारण करना शुभ माना जाता है।
2. इसे धारण करने से पहले इसे गंगाजल या दूध में धोकर पंचामृत से स्नान कराना चाहिए।
3. इसके बाद इसे मंत्र “ॐ नमः शिवाय” का 108 बार जाप करते हुए धारण करना चाहिए।
4. सात मुखी रुद्राक्ष को धारण करते समय मांस, मदिरा और तामसिक भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए।
सात मुखी रुद्राक्ष धारण करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें
1. सात मुखी रुद्राक्ष को हमेशा अपने गले में धारण करना चाहिए।
2. इसे धारण करते समय ध्यान रखें कि यह आपके शरीर को स्पर्श करे।
3. इसे धारण करते समय हमेशा सकारात्मक विचार रखें और नकारात्मक विचारों से दूर रहें।
डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।