Skand Shashti 2023: सनातन धर्म में स्कन्द षष्ठी का विशेष महत्व होता है। इस बार ज्येष्ठ मास की “स्कन्द षष्ठी” 25 मई 2023, गुरुवार को पड़ रही है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र भगवान कार्तिकेय की पूजा की जाती है, इन्हें भगवान मुरुगन के नाम से भी जाना जाता है। मान्यताएं हैं कि इस दिन व्रत रखने से संतान प्राप्ति होती है। इसके अलावा सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। जीवन में तरक्की होती है और सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है।
बन रहे हैं 3 शुभ योग
हर महीने शुक्ल पक्ष की स्कन्द षष्ठी पर पूजा करने से भगवान कार्तिकेय मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। मान्यताएं हैं कि इस तिथि पर भगवान कार्तिकेय का जन्म हुआ था। उत्तर भारत के मुकाबले दक्षिण भारत में इसका अधिक महत्व होता है। इस बार सवार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग और रवि योग बन रहे हैं, जो पूजा को और भी फलदायी बनाएगा।
ऐसे करें पूजा
- स्कन्द षष्ठी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- पूजास्थल को साफ करें और गंगाजल का छिड़काव करें।
- अब पूजा के लिए भगवान कार्तिकेय के बलस्वरूप प्रतिमा को शुभ दिशा में स्थापित करें।
- प्रतिमा पर धूप, चंदन, दीप और फूल अर्पित करें।
- कार्तिकेय भगवाब की आरती करें और परिवार में प्रसाद का वितरण करें।
जरूर करें ये काम
स्कन्द षष्टि के दिन भगवान शिव की पूजा करना बेहद शुभ माना जाता है। इसलिए इस दिन महादेव की पूजा-अराधना करना ना भूलें वहीं भगवान कार्तिकेय को मोर पंख बहुत प्रिय होता है, इसे पूजा के दौरान अर्पित करें। मान्यताएं हैं कि ऐसा करने से धन-धान्य में वृद्धि होती है।
(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल जानकारी साझा करना है। MP Breaking News इन बातों की पुष्टि नहीं करता।)