- साल 2025 में लगेंगे 2 सूर्य ग्रहण और 2 चन्द्र ग्रहण
- मार्च में लगेगा साल का पहला सूर्य और चन्द्र ग्रहण
- अगले साल दुर्लभ फुल ब्लड मून का भी दिखेगा नजारा
Surya /Chandra Grahan 2024: नए साल 2025 में चार ग्रहण लगने जा रहे हैं, जिसमें 2 सूर्य ग्रहण और 2 चंद्र ग्रहण होंगे। ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों और नक्षत्रों की तरह ग्रहण का बड़ा महत्व माना जाता है ।धार्मिक दृष्टि से भी ग्रहण को महत्वपूर्ण माना गया है।
खास बात ये है कि अगले साल दुर्लभ फुल ब्लड मून का भी नजारा दिखेगा। यह 14 मार्च फाल्गुन मास की पूर्णिमा होलिका दहन को लगेगा। चंद्र ग्रहण सिंह राशि और उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में लगेगा। इसके बाद साल 2025 का दूसरा चंद्र ग्रहण 2024 की तरह 7 सितंबर को पितृपक्ष में ही लगेगा। वही साल 2025 में पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च और दूसरा 21 सितंबर को लगेगा ।
![grahan 2025](https://mpbreakingnews.in/wp-content/uploads/2024/04/mpbreaking07746722.jpg)
कब लगता है Solar Eclipse?
- ज्योतिष के मुताबिक, जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच से गुजरता है तो सूरज की रोशनी धरती तक पहुंच नहीं पाती है, तो सूर्य ग्रहण लगता है।
- आंशिक सूर्य ग्रहण तब लगता है जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य एक लाइन में सीधे नहीं होते। इस कारण चंद्रमा सूर्य के कुछ हिस्से को ही ढक पाता है। वही अन्य सूर्य ग्रहण में लोकेशन के कारण भी आंशिक सूर्य ग्रहण दिखता है।
- वलयाकार सूर्य ग्रहण तब लगता है जब चंद्रमा पृथ्वी से दूर हो। तब यह पूरी तरह सूर्य को ढक नहीं पाता, जिस कारण हमें सूर्य ग्रहण के दौरान आसमान में एक ‘आग की रिंग’ दिखती है।
- हाइब्रिड सूर्य ग्रहण को वलयाकार-पूर्ण ग्रहण कहा जाता है। इसमें यह सूर्य को पूरी तरह ढंकता है, लेकिन कुछ हिस्सा खुला रह जाता है।
कब लगता है Lunar Ecipse?
चंद्र ग्रहण के दौरान सूर्य की परिक्रमा के दौरान पृथ्वी, चांद और सूर्य के बीच आ जाती है। इस दौरान चांद धरती की छाया से पूरी तरह से छुप जाता है।पूर्ण चंद्र ग्रहण के दौरान सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक दूसरे के बिल्कुल सीध में होते हैं। इस दौरान जब हम धरती से चांद देखते हैं तो वह हमें काला नजर आता है और इसे चंद्रग्रहण कहा जाता है।
2025 में लगने वाले Surya /Chandra Grahan डेट-टाइम
- सूर्य ग्रहण 29 मार्च 2025: यह एक आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। यूरोप, एशिया के कुछ हिस्से, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक महासागर, आर्कटिक महासागर में दिखेगा।यह एक आंशिक सूर्य ग्रहण होगा और भारत में इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, इसलिए इसका सूतक काल भी भारत में मान्य नहीं होगा।
- सूर्य ग्रहण 21 सितंबर 2025: यह एक आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। ऑस्ट्रेलिया, अंटार्कटिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर में दिखेगा। यह आंशिक सूर्य ग्रहण होगा । भारत में नहीं देखा जा सकेगा। यह ग्रहण रात 11 बजे शुरू होगा और सुबह 4 बजे तक चलेगा।
- चन्द्र ग्रहण 14 मार्च 2025: अगले साल पूर्ण चंद्रग्रहण या ब्लड मून को लगेगा। यह ग्रहण अमेरिका, कनाडा और दक्षिण अमेरिकी महाद्वीप में नजर आएगा। उत्तरी अफ्रीका के पश्चिमी तट पर इसे सुबह के समय देखा जा सकता है, लेकिन भारत में नहीं दिखेगा।
- चन्द्र ग्रहण 7 सितंबर 2025 : दूसरा चंद्र ग्रहण 7 सितंबर को लगेगा। ये चंद्र ग्रहण भी इस साल की ही तरह पितृपक्ष में ही लगेगा।इसकी शुरुआत रात 9 बजकर 55 मिनट से होगी और इसका प्रभाव 8 सितंबर को सुबह 1 बजकर 30 तक रहेगा।सूतक काल ग्रहण के 9 घंटे से पहले ही लग जाएगा। भारत के अलावा यह ग्रहण ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, न्यूजीलैंड, अमेरिका और अफ्रीका पर भी देखा जा सकेगा।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)