चाणक्य नीति में छिपा राज! कुत्ते से सीखें ये 6 गुण, जीवन को बनाएं सफल

अगर बात करें चाणक्य नीति की तो इसमें उन्होंने जीवन के हर एक पहलुओं पर विस्तार पूर्वक चर्चा की है। जिनमें से आज हम आपको मनुष्य के बारे में बताएंगे कि यदि वह कुत्तों की इन आदतों को अपना लें

आचार्य चाणक्य का लोगों के जीवन में काफी अधिक महत्व है। उनकी नीतियां बड़े-बड़े राजनीतिज्ञ से लेकर छात्रों के लिए बहुत ही उपयोगी मानी जाती है। इनके बताए गए राह पर चलने वाला हर एक व्यक्ति खुशहाल जीवन जीता है। चाणक्य नीति में मनुष्य के जीवन से जुड़ी बातें बताई गई है।

आचार्य चाणक्य भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के प्रसिद्ध विद्वानों में से एक हैं। उन्होंने करीब 3000 साल पहले चाणक्य नीति लिखी थी, जिसे लोग आज भी अपना रहे हैं। इससे उन्हें तरक्की भी मिलती है।

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चाणक्य नीति (Chanakya Niti)

आचार्य चाणक्य को विष्णु गुप्त या फिर कौटिल्य के नाम से भी जाना जाता है, जिन्होंने चंद्रगुप्त मौर्य को राज्य स्थापना करने में मदद की थी। इसके बाद अपने अनुभव के आधार पर उन्होंने कूटनीति, राजनीति, चाणक्य नीति, अर्थशास्त्र जैसी पुस्तकों की रचना की। अगर बात करें चाणक्य नीति की तो इसमें उन्होंने जीवन के हर एक पहलुओं पर विस्तार पूर्वक चर्चा की है। जिनमें से आज हम आपको मनुष्य के बारे में बताएंगे कि यदि वह कुत्तों की इन आदतों को अपना लें, तो वह अपने जीवन को बेहतर और खुशहाल बना सकते हैं।

कुत्तों से सीखें ये गुण

  • चाणक्य नीति के अनुसार, मनुष्य को हमेशा नई चीज सीखने और उसके बारे में जानने के लिए उत्सुक होना चाहिए। ठीक वैसे ही जैसे कुत्ता किसी भी चीज के बारे में अच्छी तरह से नहीं जान लेता, तब तक वह चैन से नहीं बैठता। मनुष्य को हमेशा जिज्ञासा प्रवृत्ति वाला होना चाहिए, जिससे उसकी विकास की गति तेज हो जाती है।
  • मनुष्य को कुत्ते से हमेशा वफादारी सीखनी चाहिए, जो अपने स्वामी के प्रति हमेशा वफादार रहता है। वह अपने मालिक के लिए जान भी देने को तैयार रहता है और जरूरत पड़ने पर दूसरों की जान ले भी सकता है। मनुष्य को भी कुत्ते से यह गुण सीखना चाहिए। इससे जीवन का हर एक रिश्ता स्ट्रांग रहेगा।
  • चाणक्य नीति के अनुसार, इंसान को हर परिस्थिति में मुस्कुराना चाहिए। उन्हें हर छोटी-छोटी चीजों में खुशियां ढूंढनी चाहिए। जैसे पालतु कुत्ता घर पर आए मेहमान या नई चीज को देखकर खुश हो जाता हैं, ठीक उसी तरह इंसानों को भी हर वक्त अपने परेशानियों का रोना नहीं रोना चाहिए, बल्कि हर छोटी बड़ी खुशियों का आनंद उठाना चाहिए।
  • कुत्ते निडर प्रवृत्ति के होते हैं। अपने स्वामी को संकट में देखकर वह किसी भी कठिन परिस्थिति में लड़ने को तैयार हो जाते हैं। इसके लिए भले ही उन्हें मौत को क्यों ना गले लगाना पड़े, वह पीछे नहीं हटते। ठीक उसी प्रकार चाणक्य नीति में इस बात का जिक्र किया गया है कि मनुष्य को भी निडर स्वभाव का होना चाहिए, ताकि वह मुसीबत में डटकर सामना कर सके।
  • चाणक्य नीति के अनुसार, मनुष्य को कुत्ते की तरह हमेशा सतर्क रहना चाहिए। कुत्ता थोड़ी सी भी आहट सुनकर सतर्क हो जाता है, ठीक उसी तरह मनुष्य को भी तुरंत अलर्ट हो जाना चाहिए। साथ ही अपने आसपास होने वाले घटनाओं पर गौर फरमाना चाहिए।
  • मनुष्य को दूसरों के प्रति संवेदनशील होना चाहिए। यह गुण उन्हें कुत्ते से सीखना चाहिए। वह अपने मालिक की भावनाओं को तुरंत समझ जाते हैं, ठीक उसी प्रकार मनुष्य को भी दूसरों की भावनाओं को समझना चाहिए और सहानुभूति दिखानी चाहिए।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)


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Sanjucta Pandit

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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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