Diwali Kuber Dev Temple : हिंदू धर्म में कुबेर देव को धन का देवता माना जाता है। जिस प्रकार दिवाली के दिन लोग माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा करते हैं, ठीक उसी तरह कुबेर देवता की भी पूजा की जाती है। ऐसे तो हमारे देश में ऐतिहासिक मंदिर और इसकी विरासत की कोई कमी नहीं है। पूरब से लेकर पश्चिम… उत्तर से लेकर दक्षिण के हर छोर पर हजारों, लाखों मंदिर देखने को मिलेंगे। दिवाली और धनतेरस पर माता लक्ष्मी के साथ उनकी भी बड़े उत्साह के साथ पूजा की जाती है, लेकिन क्या आपने कभी कुबेर देवता के मंदिर को देखा है। शायद बहुत लोगों ने नहीं सुना है कि उनकी और देवी-देवताओं की तरह उनकी मंदिरें भी है, जहां केवल दर्शन मात्र से भक्तों के जीवन में धन की वर्षा होने लगती है।
जी हां, बिल्कुल सही सुना आपने… उन मंदिरों में कुबेर देव के दर्शन मात्र से भक्तों की जीवन की सारी आर्थिक समस्याएं खत्म हो जाती है। इसलिए आपको भी दिवाली के अवसर पर इन मंदिरों में अवश्य जाना चाहिए।
जागेश्वर धाम (Kuber Dev)
कुबेर देवता के मंदिर की लिस्ट में सबसे पहला नाम उत्तराखंड के अल्मोड़ा से करीब 40 किलोमीटर दूर जागेश्वर धाम का नाम शामिल है। यहां हर साल धनतेरस और दिवाली के दिन लोगों की काफी ज्यादा भीड़ देखने को मिलती है। वह अपनी मन्नत और मुरादें लेकर धन के देवता के पास जाते हैं। यह मंदिर पहाड़ की चोटी पर स्थित है, इसलिए यहां का नजारा बाकी अन्य जगहों से काफी अलग है, जोकि लोगों को काफी ज्यादा आकर्षित करता है। यहां आप दिवाली के मौके पर अपनी फैमिली या पार्टनर के साथ जा सकते है।
भंडारी मंदिर (Gujrata Temple)
इसके बाद, कुबेर देवता की मंदिरों की लिस्ट में गुजरात का फेमस टेंपल भंडारी मंदिर आता है। यह देश के पवित्र और प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। यह वडोदरा शहर में स्थित है। जिसका इतिहास लगभग 2500 साल पुराना माना जाता है। यह मंदिर नर्मदा नदी के किनारे मौजूद है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस मंदिर का निर्माण भगवान शिव ने किया था। ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर में दर्शन मात्र से भक्तों के जीवन से आर्थिक सारी समस्याएं खत्म हो जाती है और उन्हें कभी धन की कोई कमी नहीं रहती। इसलिए धनतेरस और दिवाली के दिन खास कर यहां पर श्रद्धालुओं की काफी ज्यादा भीड़ देखने को मिलती है। इस खास मौके पर मंदिर ट्रस्ट द्वारा अनोखे तरीके से सजाकर दीपावली मनाई जाती है।
MP में इन तीन जगह है मंदिर
इसके अलावा, मध्य प्रदेश में भी तीन जगह कुबेर देव का मंदिर स्थापित है। जिनमें उज्जैन, खंडवा और मंदसौर जिला शामिल है। यहां हर साल लाखों की संख्या में दिवाली के मौके पर श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिलती है। अगर आपको भी मौका मिलता है, तो दिवाली के खास मौके पर इन तीन जगहों में से किसी एक मंदिर को अवश्य एक्सप्लोर करें। इससे आपको पैसों की कभी तंगी नहीं होगी। साथ ही आपको मंदिरों के इतिहास के बारे में और अधिक जानने का मौका मिलेगा।
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