धर्म, डेस्क रिपोर्ट। साल 2022 में कुल चार ग्रहण (Eclipse 2022) लगेंगे। इसमें दो सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse 2022) और 2 चन्द्र ग्रहण (Lunar Eclipse 2022) शामिल है। सूर्य ग्रहण अप्रैल-अक्टूबर और चन्द्र ग्रहण मई-नवंबर में लगेंगे। साल का पहला सूर्य ग्रहण अप्रैल 2022 में लगेगा। भारत में इसे आंशिक सूर्य ग्रहण माना जाएगा, जो दिखाई नहीं देगा लिहाजा इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा। खास बात ये है कि साल का पहला सूर्य ग्रहण शनिवार के दिन लगने जा रहा है और यह वृषभ राशि में लगेगा।
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साल 2022 का पहला सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2022) 30 अप्रैल 2022 दोपहर 12 बजकर 15 मिनट से लेकर शाम के 04 बजकर 07 मिनट तक लगेगा। धार्मिक मान्यता है कि सूर्य और पृथ्वी के बीच चन्द्रमा के आने से सूर्यग्रहण लगता है। इस दौरान चंद्र और सूर्य का प्रकाश पृथ्वी पर नहीं पहुंच पाता है। इस सूर्य ग्रहण को दक्षिणी और पश्चिमी अमेरिका, अफ्रीका महाद्वीप के उत्तरपूर्वी भाग, पेसिफिक अटलांटिक और अंटार्कटिका में देखा जा सकेगा। इस सूर्य ग्रहण का सूतक का मान्य नहीं होगा। लेकिन इस समय राहु और केतु की बुरी छाया पृथ्वी पर पड़ती है, ऐसे में समस्त पृथ्वी वासी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है और इस समय में धार्मिक कार्य नहीं करने का विधान है।
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आम तौर पर ग्रहण को खगोलीय घटना माना जाता है, जिसका वैज्ञानिक आधार होता है। लेकिन हिन्दू मान्यताओं और ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, इसका एक अलग महत्व और मान्यता हैं।सभी सूर्य ग्रहण पूर्णिमा तिथि को होते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ग्रहण के दिन कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता, लेकिन इस दिन पूजा-पाठ का विशेष महत्व होता है। ग्रहण के दौरान लोग गंगा या अन्य पवित्र नदियों में स्नान करते हैं।इस दौरान कई सावधानियां बरतनी पड़ती है। खासकर गर्भवती महिलाओं को अपनी सेहत पर विशेष ध्यान देना पड़ता है। मान्यता है कि सूर्य ग्रहण जब भी लगता है तो इसका प्रभाव देश-दुनिया पर देखने को मिलता है, वही मेष से लेकर मीन राशि तक भी इसका असर पड़ता है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है।)